वाराणसी पुलिस ने फिर पकड़ी शराब तस्करी, सत्ता पक्ष के कथित दबाव के बाद भी भाजपा नेता पर मुकदमा दर्ज, दो हिरासत में
अहमद शेख/ तस्लीम अहमद
वाराणसी। लॉक डाउन में शराब की बिक्री करने वाले मोटा मुनाफा कमा रहे है। इस बात की चर्चा लगातार जारी है। इस क्रम में एक शराब तस्कर को जब सारनाथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था तो उसके पास से शराब के गोदाम को सील कर 38 लाख की भारी हरकम नगद राशि बरामद किया था। कुछ खबरनवीस की खबरों के बाद लगभग हर दूकान और बार पर कार्यवाही करते हुवे लॉक डाउन में सीज कर दिया गया। उक्त शराब कारोबारी के बड़े रसूख के बावजूद भी कार्यवाही तगड़ी हुई। कहा तो यहाँ तक जाता है कि उस कारोबारी के माध्यम से लॉक डाउन में कई क्लब के सदस्यों को भी शराब बेचीं गई थी।
बहरहाल, इससे एक नजीर कायम हुई और वाराणसी पुलिस के मुखिया एसएसपी प्रभाकर चौधरी के नेतृत्व में बिना किसी दबाव के काम करते हुवे पुलिस ने उस प्रकरण में कड़ी कानूनी कार्यवाही किया था। इसी क्रम में एक और बड़ी सफलता वाराणसी पुलिस को हाथ लगी है जब वाराणसी पुलिस ने एक भाजपा नेता की कार से 12 पेटी अवैध शराब बरामद किया है और दो लोगो को हिरासत में लेते हुवे भाजपा नेता सहित कई पर मुकदमा दर्ज किया है। भाजपा नेता की गिरफ़्तारी हेतु द्बिशो का सिलसिला जारी है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार चौबेपुर थाना क्षेत्र के चिरईगांव चौकी प्रभारी आनंद चौरसिया रिंग रोड पर चेंकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक कार सवार लोग तेजी के साथ कार लेकर भागे। चेकिंग कर रहे चौकी प्रभारी को शंका होने पर उन्होंने कार का पीछा किया। कार सिंहपुर के पास गड्ढे में चली गई। इसके बाद पुलिस ने उस कार को पकड़ लिया। कार सवार दो लोगों से पूछताछ की गई तो भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता का नाम सामने आया। चौबेपुर पुलिस ने कार कब्जे में ले लिया। हिंदुस्तान लाइव की खबर के अनुसार इसी दौरान भाजयुमो जिलाध्यक्ष लिखी बिना नंबर की स्कार्पियो से कुछ लोग पहुंचे और पकडे गए युवको की पैरवी करने लगे। पैरवी में मामला बढ़ने लगा तो पुलिस उस स्कार्पियो को भी थाने ले आई।
तलाशी के क्रम में पुलिस को कार से 12 पेटी अवैध शराब बरामद हुई थी। मामले को रफा-दफा करने के लिए देर रात तक चौबेपुर थाने से लेकर पुलिस अफसरों पर दबाव बनाने की जद्दोजहद चलती रही। मगर कही का भी दबाव काम नहीं आया और पुलिस ने भाजपा नेता एवं भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष संजय गुप्ता, उनके भाई संतोष गुप्ता, अरविंद पांडेय और मिल्कोपुर निवासी बबलू पाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अरविंद और बबलू को गिरफ्तार कर लिया गया है। भाजपा नेता और उसके भाई की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गई हैं।
पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि दामोदरपुर निवासी भाजपा नेता के परिजन के नाम से शराब की लाइसेंसी दुकान है। इसी के जरिये शराब की तस्करी ऊंचे दाम पर हो रही थी। भाजपा नेता को भी पुलिस ने थाने बुलवा लिया। वहां मामले को रफा-दफा करने के लिए दबाव डाला जाने लगा। सूत्रों की माने तो इस क्रम में सत्ता पक्ष के कई लोगों के फोन थाने से लेकर पुलिस अधिकारियों तक आने लगे। वही क्षेत्र में चर्चाओ पर अगर कान धरा जाए तो सुनने में यह भी आता है कि खुद भाजपा का नेता ही इस पूरे सिंडीकेट में शामिल है। हालांकि सीधे तौर पर कहीं संलिप्तता नहीं आने पर पहले तो पुलिस ने देर रात पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया। मामले में भाजपा नेता के भाई समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। कार और शराब जब्त कर ली गई। इसकी जानकारी भी एसएसपी को स्थानीय पुलिस के द्वारा दिया गया। इस दौरान एसएसपी वाराणसी प्रकरण पर खुद पैनी नज़र रखे थे ऐसी भी चर्चा विभाग में थी।
इसके बाद देर रात एसएसपी के आदेश पर भाजपा नेता संजय गुप्ता पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया। दोनों आरोपितों के बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित कर दी गई हैं।
इस दौरान क्षेत्र में इस बात की भी चर्चा थी कि सत्ता के दबाव के आगे इलाके में इससे पहले भी शराब की बिक्री हुई है, एक सूत्र ने तो यहाँ तक बताया कि इसके पहले पूरनपट्टी में पिछले दिनों लाइसेंसी दुकान से खुलेआम शराब बिक्री हो रही थी। उस समय जानकारी होने पर चौबेपुर पुलिस ने छापेमारी कर तीन लोगो को उठाया था। मगर इसके बाद सत्ता पक्ष का झंडा लगे वाहन से पुलिस टीम का पीछाकर उनको रोक लिया गया और फिर दबाव बनवाकर छुड़ा लिया गया।
अब देखना होगा कि जिस प्रकार से निष्पक्षता का परिचय देते हुवे भाजपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया वैसे ही क्या भाजपा नेता की गिरफ़्तारी हो पाएगी या फिर सत्ता का दबाव् जो अभी तक इस प्रकरण में काम नही किया है, वह कर जायेगा। कहा जाये तो आप कह सकते है कि पिक्चर अभी बाकी है।