जालौन – पैदल घरो को जा रहे मजदूरों को प्रशासन ने रोका बॉर्डर पर, उत्तेजित मजदूरी ने किया पथराव, थानाध्यक्ष और कांस्टेबल हुवे घायल, पुलिस ने किया बल प्रयोग
आदिल अहमद
जालौन. जालौन में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और वह किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता है। इसे लेकर रविवार को झांसी की ओर पैदल व साइकिलों से आ रहे सैकड़ों मजदूरों को झांसी-जालौन बॉर्डर पर ही रोक लिया गया और सभी को जालौन की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया। मजदूरों की तादाद को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जिससे कोई भी जालौन की सीमा में प्रवेश न कर सके। मगर कई घंटे धूप में बैठे रहने के बाद मजदूर आक्रोशित हो गए और उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने भी मजदूरों को खदेड़ दिया।
हुआ कुछ इस तरह कि जालौन सीमा स्थित पिरौना बॉर्डर पर महाराष्ट्र, गुजरात से सैकड़ों प्रवासी कामगार मजदूरों के पैदल आने की सूचना मिलने पर एएसपी, सीओ व कई थानों की पुलिस पहुंच गई और मजदूरों की भारी संख्या देख उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया। चिलचिलाती धूप में घंटों बैठने के बाद जब इनके लिए कोई व्यवस्था नहीं हुई तो वे अपना आपा खो बैठे और सैकड़ों मजदूरों ने नारेबाजी करते हुए बॉर्डर पर तैनात पुलिस बल पर पथराव कर दिया। जिससे कैलिया थानाध्यक्ष योगेंद्र सिंह पटेल व कांस्टेबल नीतू सिंह घायल हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा ओर मजदूरों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वो अपनी जिद पर अड़े थे कि उनको हर हाल में यहां से जाने दो समझाने के बाद भी मजदूर नहीं माने ओर पुलिस से अभद्रता कर फिर से पथराव करने लगे। जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर मजदूरों को खदेड़ दिया, जिससे कई मजदूर भी चुटहिल हो गए। इसके बाद प्रशासन ने व्यवस्था कर मजदूरों को रवाना किया।