हलात-ए-कानपुर आदिल अहमद के साथ, जाने कौन कौन सा इलाका हुआ सील, और पुलिस को बनाया वारंटी ने बंधक, हाईटेक ड्रामे के बाद थाने से छूटा आरोपी, साथ में पढ़े अन्य खबरे
कानपुर – नया हॉटस्पॉट न बना कर बढाया हॉट स्पॉट का दायरा, बाबूपूरवा का पक्का अखाडा और फेथफुलगंज हुआ सील
कानपुर. बाबूपुरवा के पक्का अखाड़ा में कोरोना संक्रमित महिला की मौत और फेथफुलगंज में कोरोना का नया मरीज मिलने के बाद इन दोनों इलाकों को रविवार को सील कर दिया गया। मोहल्लों को सैनिटाइज भी किया गया। यहां मेडिकल टीम भी जांच कर रही है। पुलिस प्रशासन ने इन दोनों इलाकों को नया हॉटस्पॉट न बनाकर इनका दायरा बढ़ा दिया है।
बाबूपुरवा इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने बताया कि बाबूपुरवा के पक्का अखाड़ा के पास रहने वाले रेलवे कर्मी की पत्नी की जांच रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई थी। देर रात ही इलाका सील कर दिया गया था। रविवार को उसकी मौत हो गई। महिला के पूरे परिवार को क्वॉरंटीन कर दिया गया है। महिला के परिवार के संपर्क में आए लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
बता चला है कि किदवई नगर के डॉ. लखोटिया और पैथोलॉजी के कर्मचारी भी उसके संपर्क में आए थे। उन सभी को क्वॉरंटीन किया गया है। उधर फेथफुलगंज में एक व्यापारी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद आइसोलेट किया गया है। ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर उसके संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने इन दोनों इलाकों में सख्ती बढ़ा दी है। लोगों के घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है।
कानपुर देहात में मिला एक और कोरोना संक्रमित युवक, फरीदाबाद से आया था अपने घर
कानपुर. कानपुर देहात में रविवार देर शाम कानपुर मेडिकल कॉलेज से आई रिपोर्ट में अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के मंसुरा गांव निवासी एक युवक में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। जिला संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. यतेंद्र शर्मा ने बताया कि 8 मई को मंसुरा गांव निवासी एक युवक अपने भाई के साथ रोडवेज बस से फरीदाबाद से लौटा था।
वह फरीदाबाद की गत्ता फैक्ट्री में मजदूरी करता था। वह 8 मई को अकबरपुर अंडरपास पर वह जांच कराने गया था। इसके बाद वह अकबरपुर जिला अस्पताल में सैंपल देने के लिए 9 मई को पहुंचा था। उसी दिन उसके लार के स्वाब का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था।
रविवार देर रात कानपुर मेडिकल कॉलेज से आई रिपोर्ट में युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि युवक गांव में है। वह मौके पर पहुंच रहे हैं। कोरोना पॉजिटिव निकले युवक को कोविड अस्पताल भेजा जाएगा। गांव को सील कर संदिग्धों का सैंपल लिया जाएगा।
पनकी पुलिस पर क्या भारी है वारंटी विक्रांत, गिरफ्तार करने गई पुलिस को बनाया बंधक, घंटो चले ड्रामे के बाद थाने से आया घर वापस
कानपुर। कानपुर पुलिस पर एक वारंटी भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। गिरफ्तार करने गई पुलिस को पहले तो वारंटी के परिजनों ने बंधक बना लिया। उसके बाद किसी तरह थानेदार साहब ने बंधक सिपाही को छुड़ाया और वारंटी को थाने लेकर आये, मगर उसके बाद भी उसको गिरफ्तार नही कर सके। घंटो चले हाईटेक ड्रामे जिसमे थ्रिलर भी शामिल था के बाद वारंटी विक्रांत को थाने से छोड़ दिया गया।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार पनकी पड़ाव निवासी निर्मल गौतम ने विद्यार्थी नगर निवासी विक्रांत सेंगर के खिलाफ जनवरी में एससीएसटी सहित गई गंभीर धाराओं में केस दर्ज करवाया था। चार्जशीट की धराये 7 साल से कम सजा वाली थी जिस कारण विक्रांत को गिरफ्तार नही किया जा सकता था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अदालत ने आरोपी विक्रांत पर गैर ज़मानती वारंट जारी कर दिया है।
इस क्रम में पनकी मंदिर चौकी इंचार्ज धीरेंद्र सिंह व सिपाही नंदू ने शनिवार रात विक्रांत के घर दबिश दी।सिपाही पहली मंजिल स्थित उस कमरे में पहुंचा, जहां विक्रांत सो रहा था। इधर विक्रांत की मां संगीता ने बाहर से दरवाजा बंद कर लिया। करीब आधे घंटे तक उसे बंधक बनाए रखा गया। इंस्पेक्टर पनकी शैलेंद्र सिंह का कहना है कि सिपाही को छुड़ाकर विक्रांत को थाने लाया गया। विक्रांत के खिलाफ सात साल से कम सजा वाली धाराओं में केस दर्ज है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। हालाँकि थानेदार साहब जो भी कहें, मगर हकीकत तो ये है कि थाने पर चले घंटो हाईटेक ड्रामे के बाद वारंटी विक्रांत को छोड़ गया था। जबकि नियमानुसार पुलिस को उसे गिरफ्तार करके अदालत में पेश करना था।