लोहता – एक तो लॉक डाउन में रोज़ी की मार, उस पर कुदरत ने भी किया बेहाल
मो सलीम
वाराणसी। एक तरफ लॉक डाउन से रोज़ी पर पड़ी मार से बेहाल गरीब बुनकर मोहम्मद मुस्तकीम के घर फाको की नौबत आ गई थी। आस पास के लोगो और सरकारी सहायता से किसी तरफ उसके घर पर चूल्हा जल रहा था। सर छुपाने का एक आसार था उसका मकान, जो पहले से ही जर्जर था और गरीबी के वजह से उसको बनवा नही पा रहा था। उस एक सर छुपाने के आशियाँ को कुदरत ने अपने कहर से छीन लिया।
कल रात आई आधी और बारिश में लोहता थाना क्षेत्र के हरपालपुर के रहने वाले मुस्तकीम का मकान धराशाही हो गया। इत्तिफाक था और इसको कुदरत का करिश्मा कहा जायेगा कि कोई जन हानि नही हुई और न ही कोई घायल हुआ। मुस्तकीम एक बुनकर है और लॉक डाउन में काम नही होने के कारण बेरोज़गारी काट रहा है। घर में रखे अनाज तक मौसम की भेट चढ़ गए है। नम आँखों से मुस्तकीम ने बताया कि यही एक आशिया था कि सर छुपा लेते थे। अब इसको भी कुदरत के कहर ने छीन लिया है।
बताते चले की कल रात आई आंधी और बारिश के कारण काफी नुक्सान हुआ है। कई विशालकाय पेड़ औंधेमुह गिर पड़े है। पूर्वांचल में इस आंधी और बारिश ने काफी कहर बरपाया। किसानो के कट कर खेत में पड़े गेहू काफी दूर तक उड़ गए जिससे अन्नदाता भी कुदरत के इस कहर को देख कर खौफ में है। बारिश के कारण पुरे पूर्वांचल में कई मकान ज्मिदोज़ हुवे है। फसलो के कटान के बाद खेत में ही रखे अनाज को काफी नुक्सान हुआ है।