नोडल अधिकारी ने तहसील शाहबाद तथा मिलक में बनाए गए आश्रय स्थलों का किया औचक निरीक्षण
गौरव जैन
रामपुर। नोडल अधिकारी सुरेंद्र राम ने तहसील शाहबाद तथा मिलक में बनाए गए आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण किया तथा प्रवासी मजदूरों की सुविधा और सुरक्षा के दृष्टिगत उपलब्ध कराई गई विभिन्न व्यवस्थाओं को सत्यापन किया।
नोडल अधिकारी सबसे पहले शाहबाद तहसील पहुंचे तथा कम्युनिटी किचन में तैयार किए जा रहे भोजन की गुणवत्ता जानी। इसके बाद उन्होंने राजकीय पॉलिटेक्निक, राजकीय इण्टर कॉलेज सहित विभिन्न विद्यालयों में प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए गए आश्रय स्थलों की साफ-सफाई, पेयजल की उपलब्धता सहित अन्य व्यवस्थाएं देखी। शाहबाद स्थित नवीन मंडी परिसर में गेहूं क्रय केंद्रों के माध्यम से गेहूं की खरीद की जा रही है, क्रय केंद्रों पर नोडल अधिकारी ने औचक रूप से पहुंचकर फिजिकल डिस्टेंसिंग के अनुपालन की स्थिति देखी।
मंडी स्थित क्रय केंद्रों पर आने वाले कुछ किसानो को बिना मास्क पहने देखकर नोडल अधिकारी ने अत्यंत सहज भाव से उन्हें मास्क की उपयोगिता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क का उपयोग करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा क्रय केंद्रों का संचालन करने वालों को भी निर्देशित किया कि वे सैनिटाइजर की उपलब्धता के साथ ही मास्क के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित करें। इसके अलावा गेहूं क्रय के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि फिजिकल डिस्टेंसिंग अनिवार्य रूप से बनी रहे। इसके बाद नोडल अधिकारी ने पूरे शहर का भ्रमण किया तथा बैंक परिसर सहित विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर जरूरी सेवाओं के लिए आने वाले लोगों द्वारा मास्क का उपयोग एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग के अनुपालन की स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि शासन द्वारा कोविड-19 से निपटने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। कोविड-19 की जांच एवं आइसोलेशन सेंटरों की स्थापना के साथ ही प्रवासी मजदूरों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोविड 19 के संक्रमण के कारण फैली इस वैश्विक महामारी में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के साथ-साथ आमजन में पर्याप्त जागरूकता एवं लॉक डाउन का सख्ती से पालन करना बेहद जरूरी है तभी इस वैश्विक महामारी से निजात मिलना संभव हो सकेगा।
मिलक पहुंचकर नोडल अधिकारी ने तहसील में स्थापित कंट्रोल रूम में प्राप्त हो रही शिकायतों के बारे में पूछताछ की साथ ही अहमदाबाद से आने वाले प्रवासी मजदूरों के आश्रय स्थलों में रहने की व्यवस्था एवं अन्य जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता का भी सत्यापन किया।