प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया राज्यों के मुख्यमन्त्रियो के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग कर बैठक
आदिल अहमद
नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक किया और 17 मई के बाद उठाए जाने वाले कदम के मुद्दों पर चर्चा किया। मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की यह पांचवीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग थी। इस दौरान अलग-अलग राज्यों के सीएम ने अपने-अपने विचार रखें। इस दौरान कुछ ने चरणबद्ध तरीकों से आर्थिक गतिविधि को फिर से बहाल करने का सुझाव दिया, तो वहीं, कइयों का मानना था कि इस स्तर पर पहुंचकर ऐसे कदम उठाना खतरनाक होगा। वहीं, कुछ राज्यों ने लॉकडाउन को इस महीने के अंत तक बढ़ाने के सुझाव भी दिए।
बताया जा रहा है कि बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने मई महीने के अंत तक लॉकडाउन बढ़ाने की मांग किया है। साथ ही साथ नीतीश कुमार ने सामान्य रेल सेवा बहाल करने का विरोध किया। साथ ही साथ उन्होंने प्रवासी बिहारियों को वापस घर लाने के लिए और ट्रेनों कि मांग भी की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कंटेनमेंट जोन को छोड़कर पूरी दिल्ली में आर्थिक गतिविधियां खोल देने की सलाह दिया। बताया जा रहा है कि बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के0 पलानीसामी ने बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण लॉक डाउन इस माह के अंत तक बढ़ाये जाने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने अनुरोध किया कि 31 मई तक राज्य में ट्रेन और हवाई सेवाएं शुरू ना किया जाये।
सह सभी जानकारियाँ सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में दिया गया है।बैठक में आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कृषि बाजार खोलने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने लोन के नियमो और जारी लोंन में नरमी का अनुरोध भी किया, ताकि लोगों को लॉकडाउन की मुश्किलों से निपटने में मदद मिल सके। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि कोविड-19 को लेकर उनके राज्य को राजनीतिक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहाकि इस महीने या जून और जुलाई में भी कोरोनोवायरस के मामले चरम पर होने की उम्मीद है। न्यूज एजेंसी ANI ने ठाकरे के हवाले से बताया, ‘मैंने पढ़ा है कि वुहान में मामलों की दूसरी लहर देखी जा रही है, यहां तक कि डब्ल्यूएचओ ने भी इस बारे में चेतावनी दी है। इसलिए मेरा सुझाव है कि लॉकडाउन पर कोई कार्रवाई सावधानी से की जानी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि मुंबई में आवश्यक सेवाओं के लिए लोकल ट्रेनें शुरू की जानी चाहिए।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वह इस समय यात्री ट्रेन सेवा को शुरू नहीं करें। इससे लोगों की आवाजाही होगी, जिससे कोरोनावायरस की जांच करने और उन्हें क्वारेंटीन करने में परेशानी आएगी। केसीआर ने कहा कि कोविड-19 का प्रभाव दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद समेत बड़े शहरों में ज्यादा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकारों को अपने राज्यों के भीतर आर्थिक गतिविधियों से निपटने के बारे में निर्णय लेने का अधिकार देने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन के निर्धारण का दायित्व मिलने का भी अनुरोध किया।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सावधानीपूर्वक तैयार की गई रणनीति के साथ लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। अमरिंदर सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन को बढ़ाया जाए, लेकिन सावधानीपूर्वक तैयार की गई रणनीति के साथ। इसमें राज्यों के आर्थिक और राजकोषीय सशक्तिकरण की मदद से जिंदगी और जीविका को बचाने की तैयारी भी होनी चाहिए। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि रेल, सड़क और हवाई यातायात की अनुमति दी जानी चाहिए, लेकिन बहुत कड़ी निगरानी में। उन्होंने मेट्रो सेवाओं को फिर से शुरू करने, और राज्य परिवहन बसों को चलाने की अनुमति मांगी।