सेना ने किया पुष्टि, 3 नहीं 20 सैनिक हुवे है शहीद, ANI के सूत्र का दावा 43 चीनी सैनिक भी हुवे हालाक
आदिल अहमद/ आफताब फारुकी
नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार रात को चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं। सेना ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है। सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ‘भारतीय और चीनी सैनिक गलवान क्षेत्र में अलग हो चुके हैं जहां वे पहले 15/16 जून 2020 की दरमियानी रात को भिड़ गए थे। 17 भारतीय सैनिक जो स्टैंड ऑफ लोकेशन पर ड्यूटी करते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उच्च ऊंचाई वाले इलाके में शून्य से कम तापमान में एक्सपोज हो गए थे, उनकी चोटों के कारण मौत हो गई है, जिसके बाद इस झड़प में कुल मिलाकर 20 की मौत हो गई। भारतीय सेना राष्ट्र की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।’
उधर, सूत्रों ने समाचार एजेंसी ANI को बताया है कि LAC के पार से चीन की ओर से हेलीकॉप्टरों की आवाजाही में बढ़ोतरी देखी गई है, ताकि वे भारतीय सेना से हुई हिंसक झड़प के दौरान मारे गए और गंभीर रूप से घायल हुए अपने सैनिकों को ले जा सकें। समाचार एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से यह भी बताया है कि भारतीय पक्ष द्वारा सुने गए इंटरसेप्ट से पता चला है कि लद्दाख की गालवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीनी पक्ष की ओर से कम से कम 43 सैनिक जान गंवा चुके हैं या गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
बताते चले कि आज सुबह जब इस हिंसक झड़प का समाचार आया तो शुरुआत में कर्नल समेत तीन जवानों के शहीद होने की खबरें आई थीं। मामले को लेकर दिन भर उच्च स्तरीय बैठक का दौर जारी रहा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सैन्य प्रमुखों और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत से मुलाकात के बाद पीएम मोदी को मामले की जानकारी दी। पूर्वी लद्दाख में हालात पर विचार-विमर्श करने के लिए मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ लगातार दो बैठकें की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह से मुलाकात की।
बताया जा रहा है कि पूर्वी लद्दाख के गालवान घाटी में दोनों सेनाओं की ओर से रात में पीछे हटने की प्रक्रिया जारी थी लेकिन अचानक चीनी सैनिकों की ओर से हरकत की गई है, जिसमें भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं। मामले पर भारतीय विदेश मंत्रालय का भी बयान आया। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि यथास्थिति बदलने की चीन की एकतरफा कोशिश की वजह से हिंसक झड़प हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि तनाव घटाने के लिए बातचीत हो रही है। झड़प से दोनों पक्षों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि चीन ने आपसी सहमति का सम्मान नहीं किया। हम शांति को प्रतिबद्ध हैं, लेकिन संप्रभुता बनाए रखेंगे।