निःशुल्क सप्त दिवसीय राष्ट्रीय संगीत कार्यशाला का हुआ प्रारम्भ
करिश्मा अग्रवाल
कनोहर लाल स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय मेरठ के संगीत तबला विभाग द्वारा शास्त्रीय संगीत पर आयोजित ऑनलाइन सप्त दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला शाला के प्रथम दिवस आज के अतिथि वक्ता प्रोफेसर पंकज माला शर्मा (गायन विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़) एवं प्रोफेसर के शशि कुमार (गायन विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी) से रहे उद्घाटन सत्र का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ किरण प्रदीप ने अपने संबोधन द्वारा किया कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन डॉ वेणु वनिता ने किया कार्यक्रम में महाविद्यालय की शिक्षिकाएं देश के विभिन्न प्रदेशों से विद्यार्थी संगीतज्ञ शिक्षक एवं सुधी श्रोता ऑनलाइन जुड़े रहे ।
सर्वप्रथम प्रोफेसर पंकज माला शर्मा ने भारतीय शास्त्रीय संगीत परंपरा पर बहुत ही ज्ञानवर्धक प्रदर्शनात्मक व्याख्यान प्रस्तुत किया उन्होंने चारों वेदों में गान परंपरा पर जानकारी प्रस्तुत की ब्राह्मण ग्रंथों में संगीत की भूमिका, वेदों की शाखाएं, श्रुति ,परंपरा ,मंत्रों का उच्चारण, श्रुति ,जातियां, मुद्रा एवं मंत्र गान आदि पर विस्तार पूर्वक बताया। उनका मंत्र गायन बहुत ही प्रभाव कारी रहा कार्यशाला से जुड़े प्रतिभागियों ने उनसे बहुत सारे प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा को शांत किया ।
द्वितीय चरण में कर्नाटक संगीत के सुप्रसिद्ध गायक प्रोफ़ेसर के शशि कुमार ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया उनका व्याख्यान कर्नाटक संगीत परंपरा पर आधारित था ।उन्होंने ऐतिहासिक ऐतिहासिक पक्ष को दृष्टिगोचर करते हुए कर्नाटक वर्तमान संगीत के बारे में बताया उन्होंने विभिन्न संगीत संगीतज्ञो के कंपोजीशन को को सोदाहरण गाकर प्रस्तुत किया कर्नाटक संगीत की विभिन्न विधाओं को भी उन्होंने गाकर प्रदर्शित किया जिसमें कृति ,पल्लवी कीर्तनम और तिलान्ना कौ बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया।तमिल रामायण की भी उन्होंने चर्चा की ,साथ ही प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के दौरान कर्नाटक ताल पक्ष को भी बहुत ही सरल ढंग से विद्यार्थियों को समझाया। दोनों ही वक्ताओं ने सत्र के दौरान यूट्यूब पर लाइव देख रहे प्रतिभागियों के प्रश्नों का भी उत्तर दिया।
इस कार्यशाला में देश के विभिन्न प्रदेशों से विद्यार्थी शिक्षकों और संगीतज्ञ की सहभागिता है महाविद्यालय की वरिष्ठ प्रवक्ताओं में श्रीमती बीना प्रकाश डॉ ज्योत्स्ना श्रीमती फातिमा आदि ने सक्रिय सहभागिता की । डॉक्टर शुभा मालवीय ने प्रश्न को पूछने में मदद की तकनीकी पक्ष को सुचारु रुप से व्यवस्थित करने में श्रीमान दीपक राठी जी ने संपूर्ण सहयोग प्रदान किया इस कार्यशाला का आयोजन गुणवत्ता को ध्यान में रखकर किया गया है अतः प्रतिभागियों से अंत में 50 प्रश्नों के फीडबैक फॉर्म को भर कर देना होगा यह कार्यशाला दिनांक 7 जून से दिनांक 13 जून तक प्रतिदिन 4:30 पर प्रारंभ होगी।
प्रस्तुत कार्यशाला विशेषकर विद्यार्थियों एवं संगीत शोधार्थियों के लिए लाभदायक रहेगी ऐसी आशा की जाती है। भारतीय शास्त्रीय संगीत में समाहित सभी प्रमुख तत्वों पर प्रदर्शनात्मक व्याख्यानों द्वारा जानकारी दी जाएगी ।
इसका लाइव प्रसारण यूट्यूब पर भी होगा।
https://youtu.be/F7-haY6AsT8
https://youtu.be/Ov5PbhM_zuw
https://youtu.be/0b3Ek3YMHX4
https://youtu.be/Tbsrnl0YUBY