मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का किया गया आयोजन
गौरव जैन
रामपुर। मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के तीसरे दिन भूटान की रॉयल विश्वविद्यालय ऑफ भूटान में कार्यरत प्रो. रजनीश रत्ना ने समस्याओं का समाधान निकालने, विकास की ओर सोच रखने तथा केस स्टडी के अध्ययन से सम्बंधित व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम का आरम्भ को-कन्वीनर प्रो. राजेश यादव के द्वारा कार्येक्रम के उद्देशय की ओर प्रकाश डालते हुए हुआ। इसके पश्चात् विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुल्तान मुहम्मद खान ने कोविड-19 और इसका शिक्षा पर क्या प्रभाव पड़ा, इस सन्दर्भ में अपना दृष्टिकोण रखा। तत्पश्चात राबिया खान ने कार्येक्रम का संचालन किया और मुख्य वक्ता रॉयल विश्वविद्यालय ऑफ भूटान के प्रो. रजनीश रत्ना का स्वागत ज्ञापन करते हुए व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया।
प्रो. रजनीश रत्ना ने अपने व्याख्यान को समस्याओं के निदान, विकास की ओर सोच तथा केस स्टडी के अध्ययन के ऊपर आधारित किया। प्रो. रजनीश रत्ना ने अपने व्याख्यान में बताया कि किस तरह से केस स्टडी को सुलझा सकते हैं तथा इसको सुलझाने के कुछ बिंदु भी बताये जैसे समस्या को समझना, उसकी सीमाओं को समझना, उसको हल करने के लिए कुछ मान्यताओं को आधार बनाना, उसका सबसे अच्छा निष्कर्ष निकालना और इसी प्रकार से उसको अतः भली-भांति समझना।
प्रो. रजनीश रत्ना ने इसी प्रकार से अपने व्याख्यान में इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किस प्रकार से केस स्टडीज़ को बनाया जाये तथा इसको बनाने के कुछ बिंदुओं पर भी प्रकाश डाला जैसे केस स्टडी वास्तविक उद्देश्य और लक्ष्य को देखते हुए बनानी चाहिए, सभी आने वाली संभावनाओं के ऊपर आधारित होनी चाहिये, पढ़ने में और समझने में आसान होनी चाहिये आदि। मुख्य वक्ता प्रो. रजनीश रत्ना के व्याख्यान के पश्चात् कमलेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्येक्रम के अंत में प्रो. अनुराग अग्रवाल ने सभी लोगों का आभार व्यक्त किया तथा बृहस्पतिवार को होने वाले कार्येक्रम के सन्दर्भ में अवगत कराया। इस मोके पर सेशन कोर्डिनेटर राबिया खान, कमलेश कुमार, ज़मीर अहमद रिज़वी, डॉ. पुलकित अग्रवाल, इंतेखाब नदीम खान, डॉ. शुमाइला नईम आदि उपस्थित रहे।