मोहम्मद अली जौहर विश्व विद्यालय में अनुसंधान प्रस्तुति की कला पर डाला प्रकाश
गौरव जैन
रामपुर। मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के छठे दिन विश्वविद्यालय बुरेमी के कॉलेज ऑफ़ बिज़नेस में कार्येरत डॉ शाद अहमद खान ने विषय “अनुसंधान प्रस्तुति की कला” पर प्रकाश डालते हुए कुछ तकनीक बताई। पावर प्वाइंट का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करें इसमें उन्होंने बताया कि अनुसन्धान में हम स्मृति और सीखने के लिए छवियों का उपयोग कर सकते हैं।
दर्शक अपने शोध के बारे में सुन्ना चाहते हैं। इसमें हमे अपने डेटा या केस स्टडी पर चर्चा करने की आवशयकता है। इससे पहले कि आप इसे वितरित करें, आप को हमेशा अपनी प्रस्तुति का पूर्ण अभ्यास करना चाहिए। यदि आपके पास प्रस्तुत करने के लिए दस मिनट हैं, तो दस मिनट की सामग्री तैयार करें। अधिक नहीं। अपनी प्रस्तुति को न पढ़ें आप इसे तब भी कर सकते हैं जब आप एक संवादी स्वर में लिखते हैं। कई बार अभ्यास करते हैं, और अपने कागज़ को भावना, दृढ़ विश्वास और स्वर में भिन्नता के साथ पढ़ते है।
तत्पश्चात डॉ. स्वाति सिंह राणा ने कार्येक्रम का संचालन किया और मुख्य वक्ता विश्वविद्यालय बुरेमी के कॉलेज ऑफ़ बिज़नेस के डॉ. शाद अहमद खान का स्वागत ज्ञापन किया। मोहम्मद अली खान ने अतिथि और सभी प्रतिभागोयों का धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापन किया। इस मोके पर सेशन कोर्डिनेटर डॉ. स्वाति सिंह राणा, मोहम्मद अली खान, यासीन अख्तर खान, डॉ. पुलकित अग्रवाल, इंतेखाब खान, डॉ. शुमायला नईम आदि उपस्थित रहे।