देखे वीडियो – बिहार में गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली के विरोध में बजी थाली और ताली
गोपाल जी
पटना. बिहार में वर्चुअल रैली करके कही न कही गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार चुनाव का बिगुल फुक दिया है। एक तरफ कोरोना से जंग लड़ते मुल्क में एक प्रदेश में चुनाव की शुरुआत का संकेत देना विपक्ष के निशाने पर आ गया। विपक्ष के तरफ से इस वर्चुअल रैली का तगड़ा विरोध हो रहा है। गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली के विरोध में राजद ने पूरे बिहार में थाली-लोटा और कटोरा बजाकर प्रतिकार किया।
पटना में राबड़ी देवी के आवास से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजद विधायकों के साथ ताली थाली और लोटा बजाकर सरकार के खिलाफ आक्रोश का इजहार किया। रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे राबड़ी देवी के आवास के बाहर तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी के नेता इकट्ठा हुए और उन्होंने थाली बजाई। विधायकों के साथ राबड़ी देवी, तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव भी घेरे में खड़े होकर थाली बजाई। इस दौरान सोशल डिस्टेंस का ख़ासा ख्याल रखा गया। अलग अलग घेरे बना कर लोग अपने अपने घेरे में ही खड़े दिखाई दे रहे थे।
इस सम्बन्ध में तेजस्वी यादव ने बयान जारी करते हुवे कहा कि भाजपा ‘वर्चुअल’ रैली के ढोंग से ‘एक्चुअल’ सच्चाई को छिपाना चाहती है। किसान और मजदूर भूखे मर रहे हैं। गरीबों की थाली खाली है। सरकार को इसकी चिंता नहीं है। सत्ता पाने के लिए चुनावी राजनीति में जुटी हुई है।
लेफ्ट पार्टी ने मनाया विश्वासघात दिवस
बिहार के सभी वाम दल भाजपा के वर्चुअल रैली के विरोध में आज रविवार को विश्वासघात और धिक्कार दिवस मना रहे हैं। वाम दलों ने जन शक्ति भवन के सामने अमरनाथ रोड पर धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, भाकपा माले के धीरेंद्र झा, माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार , फॉरवर्ड ब्लॉक के अमेरिका महतो आदि नेता मौजूद थे।
पप्पू यादव का बिहार बचा लो कैम्पेन
जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव रविवार को सोशल मीडिया पर बिहार बचा लो मौका है कैंपेन की शुरुआत की। देश भर के जन अधिकार पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर लाइव आकर इस कैंपेन के बारे में लोगों को बता रहे हैं।
गौरतलब हो कि आज बिहार भाजपा ने गृह मंत्री अमित शाह की ‘वर्चुअल’ यानी डिजिटल रैली को ‘रियल’ रैली के रूप में पेश करने की तैयारी की है। इस वर्चुअल रैली में वह सब होगा, जो आम रैलियों में होता है। जगह भले ही किसी मैदान के बदले डिजिटल प्लेटफॉर्म का होगा, लेकिन सामान्य रैली की तरह इसमें भी आगंतुकों का स्वागत और सम्मान से लेकर कुछ वक्ताओं का संबोधन होगा।
इसका प्रसारण यू-ट्यूब, फेसबुक, ट्वीटर व कुछ स्थानीय चैनलों पर होगा। प्रदेश से लेकर जिला व मंडल के साथ ही बूथ स्तर पर भी इस रैली को पार्टीजन सुनेंगे। सभी विधानसभा क्षेत्र में टीवी व एलईडी स्क्रीन लगाया गया है। सभी मोर्चा ने अपनी ओर से 200 स्थानों पर टीवी स्क्रीन लगाया है।