छेड़खानी का विरोध करने वाले पत्रकार को मारी सरेराह गोली, चौकी इंचार्ज हुवे सस्पेंड, एक्शन मोड़ में आई पुलिस, 5 हुवे गिरफ्तार
सरताज खान
गाज़ियाबाद। उत्तर प्रदेश में अपराधी इतने बेख़ौफ़ हो गए है कि उनको पत्रकारों पर भी गोली चलाने में कोई गुरेज़ नही रह गया है। पुलिस अपराध का तालमेल एक बार फिर उजागर हुआ है जब अपनी भांजी से छेड़खानी की तहरीर एक पत्रकार ने पुलिस को दिया, मगर दरोगा जी ने कोई कार्यवाही नहीं किया। उलटे अपराधियों ने ही पत्रकार को सरेराह गोली मार दिया। गोली लगने से घायल पत्रकार जिंदगी और मौत से अस्पताल में लड़ रहा है। थाना विजयनगर क्षेत्र के अंतर्गत हुई घटना के संबंध में एसपी सिटी ने बताया कि इस घटना के मुख्य आरोपी रवि सहित 9 को गिरफ्तार किया गया है।
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार गाज़ियाबाद निवासी एक पत्रकार विक्रम जोशी ने अपनी भाजी से क्षेत्र के दबंगों द्वारा की जा रही छेड़खानी के सम्बन्ध में लिखित शिकायत स्थानीय पुलिस को दिया था। स्थानीय चौकी इंचार्ज एसआई राघवेन्द्र ने न तो अभियोग पंजीकृत किया और न ही अपराधियों के खिलाफ कोई कार्यवाही किया। उलटे मामला ठन्डे बसते में डाल कर अपराधियों से अपनी साठ्गाठ का खुला परिचय दे डाला। पुलिस अपराध के गठजोड़ की ये कहानी यही नही रुकी बल्कि कल देर रात उन्ही अपराधियों ने पत्रकार विक्रम जोशी को सरेराह गोली मार दिया। गोली लगने से घायल पत्रकार सड़क पर गिरा तड़पता रहा और कोई मदद को नहीं आया।
घायल पत्रकार को तत्काल परिजनों ने अस्पताल पहुचाया जहा वह ज़िन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है। घटना के बाद खबरों की सुर्खियों में आया मामला तो पुलिस के होश उड़ गए। एक तरफ जहा दरोगा जी अपराधियों को संरक्षण देते हुवे उसके खिलाफ छेड़खानी की कार्यवाही नही कर रहे थे। वही पुलिस हत्या के प्रयास वाले इस मामले में अपनी भद पिटती देख कर कार्यवाही के लिए दौड़ लगा डाली। रात ही रात में छः टीम का गठन कर आरोपियों के गिरफ़्तारी हेतु दबिश का दौर शुरू हुआ। सुबह होते होते पुलिस ने 5 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। वही मुख्य षड्यंत्रकारी समाचार लिखे जाने तक पुलिस गिरफ्त से फरार है।
चौकी इंचार्ज प्रताप विहार सब इंस्पेक्टर राघवेंद्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जाँच का आदेश क्षेत्राधिकारी को दिया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम इस प्रकार है।
- मोहित पुत्र अमित कुमार निवासी भाव देवव्रत कालोनी विजयनगर
- दलवीर पुत्र वीर सिंह निवासी h ब्लॉक सेक्टर 9 विजय नगर
- आकाश उर्फ लुल्ली पुत्र शंकर नाथ निवासी चरण सिंह कॉलोनी विजयनगर
- योगेंद्र पुत्र प्रीतम सिंह 363 एक्टर 11 विजय नगर
- शाकिर पुत्र साबिर चरण सिंह कॉलोनी विजयनगर
इस प्रकरण में एक अन्य अभियुक्त आकाश बिहारी पुत्र अशोक निवासी भी ब्लॉक माता कालोनी विजय नगर अभी भी फरार है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। उपरोक्त सभी अभियुक्तों के विरुद्ध अपेक्षित कठोरतम वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जा रही है। वही सवाल ये उठता है कि एसआई राघवेन्द्र अपराधियों से अपनी मेल मुहब्बत न रखते और पत्रकार की तहरीर पर कड़ी कार्यवाही किया गया होता तो शायद ये घटना ही नहीं होती। घटना को लेकर पत्रकारों में भारी आक्रोश है।