शिक्षित अथवा जाहिल – आतंक की हद पार करने वाले विकास दुबे को ये कोचिंग संचालक बता रहा था “हीरो”, चढ़ा पुलिस के हत्थे तो खुद बन गया अब जीरो
मो0 कुमैल
कानपुर : सोशल मीडिया पर कुख्यात और दुर्दान्त हत्यारे अपराधी विकास दुबे को क्या कोई हीरो समझ सकता है। शायद नही। मगर देश में ऐसे पढ़े लिखे जाहिलो की संख्या भी कम नही है जो विकास दुबे जैसे दुर्दान्तो को सिर्फ उनकी बिरादरी के कारण हीरो बनाने में तुले हुवे है। शायद उन जाहिलो को ये नहीं मालूम की अपराध का कोई धर्म अथवा मज़हब नही होता है। उसका धर्म और मज़हब केवल पैसा है।
ऐसे ही एक शख्स को कानपुर पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है जो फेसबुक पर विकास दुबे को हीरो बना रहा था। सबसे अचम्भे की बात तो ये है कि गिरफ्तार युवक एक कोचिंग का संचालक है। अब आप खुद समझ सकते है कि शिक्षा के गिरते स्तर का कारण क्या होगा ? जब ऐसी गन्दी मानसिकता के लोग आपके और हमारे बच्चो को तालीम देंगे तो उनके दिमाग में इल्म की जगह जातिवाद का ज़हर बो रहे होंगे।
इस सम्बन्ध में कानपुर के फजलगंज थाना व काकादेव थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। ये केस फेसबुक पर विकास दुबे के पक्ष में और पुलिसकर्मियों की हत्या को सही ठहराने वालों पर दर्ज किया गया है। काकादेव थाना क्षेत्र अंतर्गत कोचिंग मंडी में कोचिंग चलाने वाले किलिकिल सचान नाम के एक युवक को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है। किलकिल सचान ने खुलकर अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि “दुबे जी ने गोली चलवा दी तो तकलीफ हो गई पुलिस ठाकुर-यादव-ब्राह्मण-मुसलमान मारे तो कुछ नही होता। ब्राह्मण केवल पूजा पाठ के लिए नहीं है, उसको भी औजार उठाने का हक़ है।”
अब कुछ लोग ऐसे भी होंगे जो इसको अभिव्यक्ति की आज़ादी कहेगे। वही कुछ बुद्धिजीवी इसको बौद्धिक आतंक की भी परिभाषा दे सकते है। मगर किलकिल सचान नाम के इस युवक की मानसिकता को देखे जो इंसानों खून को भी मज़हब और जातियों में तकसीम कर रहा है। आप खुद सोचे कि ऐसे लोग जब आपके और हमारे बच्चो को शिक्षा देंगे तो आखिर उनके दिमाग में केवल जातिवाद, नस्लवाद का ज़हर ही तो फैला कर अपना उल्लू सीधा करेगे।
बहरहाल, कानपुर दक्षिण पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने कहा, “चौबेपुर में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों के घटना के विषय में कुछ लोगों ने बहुत ही आपत्तिजनक पोस्ट किए थे और इस घटना को अंजाम देने वाले विकास दुबे के समर्थन में जय-जयकार करके माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया था। कानपुर पुलिस ने फजलगंज और काकादेव थाने में एक-एक रिपोर्ट दर्ज कराई है। काकादेव थाने में दर्ज केस में मुख्य आरोपी को हिरासत में लिया गया है जबकि दूसरे को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।”