बिहार – तरकीब के पतवार से गर्भवती महिला को अस्पताल पहुचाने के लिए बाढ़ के पानी में चली जुगाड़ की नाव
अनिल कुमार
दरभंगा। बिहार सरकार कमर कसे हुवे है कि चुनाव लड़ना है। वही बिहार राज्य की पूरी व्यवस्था ही सवालों के घेरे में खडी हुई है। एक तरफ कोरोना का कहर, दूसरी तरफ बाढ़ का जारी आतंक, इस दरमियान सियासत अपनी जगह बनाते हुवे चुनाव की तैयारी कर रही है। वही जनता अपनी रोज़मर्रा की ज़रुरतो को लेकर ही परेशान है। आज सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है, जो बिहार की गड़बड़ होती व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशाँन लगा रही है। हमने फोटो देखते ही कहा कि तरकीब के पतवार से गर्भवती महिला को अस्पताल पहुचाने के लिए चली जुगाड़ की नाव।
दरअसल मामला दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड के असराहा गाव का है जहा बाढ़ ने अपना ज़ुल्म ढाना शुरू कर दिया है। पूरे इलाके में बाढ़ का पानी भरने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। गांव की सड़कों पर पानी आ जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी दौरान आठ माह की गर्भवती महिला रुखसाना परवीन को अचानक पेट में तेज़ दर्द शुरू हो गया। बाढ़ के पानी में घिरे होने के कारण सड़क डूब चुकी थी। कमरभर से ज्यादा पानी होने के कारण घर से निकलना मुश्किल था। बाढ़ के पानी के बीच घिरी एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने का जब कोई साधन नहीं मिला तो परिवारवालों ने ‘जुगाड़’ की नाव बनाया और उसको तरकीब के पतवार से खेते हुवे अस्पताल तक लेकर गए। अस्पताल पहुचने पर डॉक्टरों ने महिला का तत्काल इलाज़ किया
कैसे बनी ये जुगाड़ की नाव
मुसीबत के वक्त में परिजनों का दिमाग सही काम कर रहा था। उन्होंने मजबूर होकर जुगाड़ टेक्नोलॉजी से गाड़ियों के ट्यूब की नाव बनाई। इसके ऊपर लकड़ी डालकर गर्भवती महिला और उसकी मां को बिठाकर कई युवक जुगाड़ की इस नाव के खुद पतवार बने और नाव को धक्का देते हुए घर से निकाल कर बाहर लाए। इसके बाद मुख्य सड़क पर आये और फिर ऑटो पकड़कर महिला को तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केवटी पहुचाया गया जहां महिला का इलाज़ किया गया।