तहसीलदार और प्रशासन से लम्बी नोकझोक के बाद पूर्व मंत्री का जन समस्याओं को लेकर होने वाला आमरण अनशन स्थगित, तीन दिन में नही हुआ निस्तारण तो होगा अनशन
प्रमोद कुमार
बलिया: बेल्थरा रोड उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे छट्ठू राम ने उपजिलाधिकारी अधिकारी को ज्ञापन देकर अवगत कराया था कि हम दिनांक 23 सितंबर को बेल्थरा रोड और आसपास के गावों की जन समस्याओं को लेकर आमरण अनशन करने का ज्ञापन सौंपा था।
जिसके तहत तय समय और तिथि अनुसार तहसील मुख्यालय पर अपने समर्थकों के साथ तहसील गेट पर पहुँचे ही थे कि जहां पहले मौजूद पुलिस प्रशासन ने पूर्व मंत्री को रोक लिया वहीं पहले से आये हुए गोंड समाज के लोगों ने तहसीलदार के उपस्थित ना होने से खिन्न होकर तहसीलदार मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया पूर्व मंत्री छट्ठू राम सक्रिय पुलिस प्रशासन ने लोगों को जैसे तैसे शांत करवाया।
पूर्व मंत्री की मांग थी की कांशी राम आवास जो आसरा के तहत बने हैं गरीबों को अविलंब आवंटित किया जाये। चौकिया मोड़ से तेंदुआ तक जर्जर रोड व चौकिया मोड़ से पिपरौली होते हुए बेल्थरा बाजार को जाने वाली सडक़ जर्जर हो गई है इन सड़कों को अविलंब बनवाया जाये व गोंड समाज को अनुसूचित जनजाति जाति प्रमाण पत्र पूर्व की भांति दिया जाये।
सरयू नदी (घाघरा) से प्रभावित ग्रामीण इलाकों के किसानों को छतिपूर्ती मुवावजा दिया जाये व तुर्तीपार श्मशानघाट और रास्ते का अविलंब निर्माण कार्य कराया जाये। सोनाडीह ढाले से बांसपार बहोरवां को जाने वाले रोड का अविलंब निर्माण कार्य कराया जाये व बेल्थरा रोड नगर सहित सोनाडीह फिडर के साथ साथ सभी गांवों के जर्जर हुए विद्दुत तारों को अविलंब बदला जाये इस तरह कुल 8 बिन्दूवार समस्याओं को लेकर आमरण अनशन करने पूर्व मंत्री बेल्थरा रोड तहसील मुख्यालय पहुंचे थे।
तहसीलदार और पूर्व मंत्री के बीच घटों नोंक झोंक होती रही तहसीलदार ने तीन दिन के भीतर सभी समस्याओं का निस्तारण करने का आश्वासन देकर पूर्वमंत्री सहित उनके समर्थकों को शांत करवाया, छट्ठू राम ने कहाँ की अगर तीन दिन के भीतर अगर इन सामाजिक समस्याएँ हल नहीं हुई तो हम कत्तई पीछे नही हटेंगे मुझे आश्वासन की नहीं बल्कि जनता के हितों को ध्यान में रख कर जब तक कार्य नही शुरू नहीं होगा तब तक हम संघर्ष करते रहेंगे.