गड्ढा मुक्त नही बल्कि गड्ढा युक्त है बलिया की ये सड़क
अरविन्द यादव
(बलिया) बेल्थरा रोड प्रदेश सरकार का गड्ढा मुक्त सड़क का दावा खोखला साबित हो रहा है। चौकियामोड़ से तेंदुआ तक लगभग 4 किलोमीटर लम्बी सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। जानलेवा बन चुकी इस सड़क के प्रति जनप्रतिनिधियों व आला अधिकारियों की उदासीनता से लोगों में काफी आक्रोश है।
बलिया-दोहरीघाट वाया चौकियामोड़ से तेंदुआ गांव तक की लगभग 3 किमी से अधिक दूरी की सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। गड्ढे देखकर आप यह सोचने को विवश हो जाएंगे कि यह सड़क में है कि गड्ढे में ही सड़क है। जनपद की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा यहां पूरी तरह से नाकाम नजर आता है। बारिश में ये गड्ढे तालाब सा बन गए हैं। गड्ढे भी इतने बड़े की बारिश एक दिन हो जाय तो उनमें जमा पानी तो हफ्तों तक नहीं सूखने वाला है।
वैसे इन गड्ढों में कहीं कहीं ईट के टुकड़े डालकर ठीक करने का प्रयास भी इसकी सेहत पर कोई असर नहीं डाल सका। बाइक और साइकिल सवारों को तो छोड़िये यह बस व ट्रक के लिए भी जानलेवा साबित हो रहे हैं। अक्सर ट्रकों के चक्के इन गड्ढों में फंस जाते हैं जिससे वहां लम्बा जाम लग जाता है। आश्चर्यजनक स्थिति यह है कि न तो जनप्रतिनिधि और न तो संबंधित अधिकारी ही इस मुद्दे पर गंभीर नजर आ रहे है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि स्थिति यही रही तो किसी भी दिन कोई भीषण दुर्घटना हो सकती है जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। वैसे इस मामले को लेकर क्षेत्र में कभी भी आंदोलन की पटकथा लिखी जा सकती है। बदल जाए यह कहना मुश्किल है।