कोतवाली में एएसआई को दो गोली मार सिपाही ने खुद को भी मारी गोली, दोनों की हालत गंभीर
आदिल अहमद
कानपुर/बदायूं. बदायु जनपद के उझानी कोतवाली में शुक्रवार सुबह ललित नाम के सिपाही ने एसएसआई रामऔतार को इंसास रायफल से गोली मार दी। एएसआई को दो गोलियां लगीं। उनके जमीन पर गिर जाने के बाद सिपाही ने खुद को भी गोली मार ली। दोनों को गंभीर हालत में बरेली रेफर किया गया है। सिपाही और एसएसआई के बीच झगड़ा छुट्टी को लेकर हुआ था। कोतवाली परिसर में गोली चलने के बाद हड़कंप मच गया। सिपाही ललित हाथरस सदर कोतवाली के गांव गुलड़िया नगला का रहने वाला है। वही एसएसआई रामऔतार अमरोहा के थाना डिडौली के गांव अशरफपुर के निवासी हैं। वर्तमान में उनका परिवार मुरादाबाद महानगर में पीली कोठी के पास रहता है। घटना के बाद डीआईजी राजेश कुमार पांडेय ने भी उझानी पहुंच कर मौका मुआयना किया।
कोतवाली में वारदात के बाद सिपाही की सरकारी इंसास रायफल को कब्जे में ले लिया गया है। रायफल की मैग्जीन में कुल 20 गोलियां थीं। इनमें दो गोली एसएसआई और एक सिपाही को लगी। दो गोलियां मिस हो गईं, जबकि सिपाही ने चार गोलियां हवा में चलाईं। एक के बाद एक लगातार सात फायर होने से कोतवाली में हड़कंप मच गया। जिसे भी जहां छिपने का मौका मिला वहां छिप गया। चूंकि सिपाही के हाथ में रायफल थी और वह अंधाधुंध फायरिंग कर रहा था ऐसे में किसी ने आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं की। गोली लगने के बाद सिपाही भी जमीन पर गिर गया। इसके बाद पुलिस ने रायफल कब्जे में ली।
उझानी कोतवाली की पूरी घटना यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। घटना के बाद फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने भी मौके पर पहुंच कर क्लू खंगाले। बताया जाता है कि सिपाही और एसएसआई के बीच पहले से विवाद था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सिपाही ने अपनी मां की बीमारी का हवाला देते हुए पांच दिन की छुट्टी मांगी थी, लेकिन एसएसआई के कहने पर इंस्पेक्टर ने उसकी तीन दिन की छुट्टी स्वीकृत की। इस पर सिपाही ने एसएसआई को टोका कि वह उसके मामलों में बार-बार टांग अड़ाते हैं। इसी बात को लेकर दोनों में तकरार हो गई। वही चर्चाओं को आधार माने तो दोनों के बीच तकरार के पीछे कोतवाली की एक महिला सिपाही भी बताई जा रही है।