मांग पूरी न होने को लेकर मंडोला के किसानों ने समय अनुसार आवास विकास के मुख्य गेट पर जड़ा ताला
सरताज खान
गाजियाबाद लोनी। आवास विकास मंडौला द्वारा अधिग्रहित की गई उपजाऊ भूमि के मुआवजे को लेकर मंडौला सहित 6 गावो के किसानों ने पूर्व निर्धारित समयानुसार सोमवार को आवास विकास के कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। हालांकि आवास विकास के अधिकारी व कर्मचारी दूसरे गेट से आवाजाही कर रहे है और अपना कामकाज कर सकेंगे। इस मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा और तालाबंदी रोकने का पुलिस ने काफी प्रयास किया।लेकिन प्रभावित किसान ताला जड़ने में कामयाब हो गये।वही तालाबंदी के दौरान किसानों से हुई पुलिस की खींचतान के दौरान किसान नेता नीरज त्यागी ने आरोप लगाया कि सिविल वर्दी में किसी युवक ने उनका गला दबाने का प्रयास किया।
गौरतलब है कि करीब 4 साल से मंडौला सहित 6 गावो के किसान आवास विकास द्वारा अधिग्रहण की गई जमीन के मुआवजे को लेकर धरने पर बैठे है। जो लगातार मुआवजे की मांग कर रहे है। इस बीच कई बार जिला प्रशासन के साथ किसानों की असफल वार्ता भी हुई। जिससे किसान सरकार व जनप्रतिनिधियो से भी काफी नाराज चल रहे है। किसान नेता नीरज त्यागी का आरोप है कि 2016 में जब प्रदेश में सपा की सरकार थी उन्हें धरने पर स्थानीय भाजपा नेताओं ने बैठाया था। लेकिन 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही किसानों के धरने से उन्ही जनप्रतिनिधियों ने मुँह फेर लिया। उनका आरोप है कि प्रदेश सरकार किसानों का शोषण कर रही है।
लगातार किसान आत्महत्या कर रहा है। उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले किसान प्रतिनधि मंडल की अपर जिला अधिकारी (भू-अर्जन) की अध्यक्षता में मीटिंग हुई ,जो असफल रही। किसान नेता ने आरोप लगाया कि 4 साल में उन पर प्रशासन द्वारा दर्जनो मुकदमे लगा दिये गये कि किसान डरकर धरना समाप्त कर दे ,लेकिन जब तक उन्हें उचित मुआवजा नही मिलेगा ,तब तक लगातार धरना जारी रहेगा। तालाबंदी पर नीरज त्यागी ने बताया कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही होती तो आवास विकास कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगा रहेगा और अधिकारी व कर्मचारी अन्य द्वारों से कार्यालय के अंदर आवाजाही कर सकेंगे।