देखे मऊ के कमलसागर गांव में स्वच्छता अभियान की पोल खोलती तस्वीर
मुकेश यादव
मधुबन (मऊ): सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत काफी कार्यक्रम चलाये गए। इस कड़ी में नगरो से लेकर गावो तक ने खूब बढचढ कर दावे पेश किये। मगर कागज़ी घोड़े दौडाने के माहिर लोगो ने धरातल पर कितना काम किया ये किसी से छुपा नही है। ऐसा ही कुछ है मधुबन तहसील अंतर्गत ग्राम कमलासागर में। जहा गन्दगी के अम्बारो ने स्वच्छ भारत अभियान को मुह चिढाता दिखाई देता है।
आप तस्वीरे देख कर खुद अंदाजा लगा सकते है कि धरातल पर इस गाव में कितना स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया है। गंदगी के अम्बारो को सजो कर रखने वाले यहाँ के ज़िम्मेदारी से सवाल पूछना भी मुनासिब नही है। आपके सवाल पूछने पर आपको विरोधी और वाम जैसे शब्दों से ज़िम्मेदार और उनके लग्गू बिझु अलंकृत कर देंगे। आपको तुरंत कह देंग कि आप विकास नही देख पा रहे है। भाई कैसा विकास है जो केवल आपके आँखों से दिखाई देता है। आखिर विकास और विनाश में कोई तो फर्क होना चाहिए।
स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक गांव में सभी के लिए शौचालय व्यवस्था लागू की गई थी। इसी कार्यक्रम के तहत कमलसागर गांव में भी शौचालय का निर्माण हुआ। मगर निर्माण भी कैसा साहब कि एक शौचालय जिसकी छत भी उड़ चुकी है, और उसकी खुली टंकी कूड़ेदान बन चुकी है। इससे गाव कितना स्वच्छ हुआ ये तो ज़िम्मेदार ही बता सकते है मगर हमारी नजरो से तो ये टंकी संक्रमण और आकस्मिक दुर्घटना को दावत दे रही है। अब ज़िम्मेदारो से कौन सवाल करे। कैमरे से बचते हुवे ज़िम्मेदार जवाब नही देना चाहते है।