डिप्टी डायरेक्टर ने दी जानकारी – दुधवा में सबसे छोटे हाथी विनायक की स्कूलिंग हुई खत्म,अब शुरू हुई ट्रेनिंग
फारुख हुसैन
लखीमपुर (खीरी). दुधवा टाइगर रिजर्व के पालतू हाथियों के दल के सबसे छोटे नवाब के नाम से प्रसिद्ध पांच साल के हाथी विनायक की मस्ती व स्कूलिंग पूरी हो चुकी है। अब नटखट विनायक की दुधवा के होनहार हाथियों के साथ ट्रेनिंग शुरू कर दी गई है। दुधवा के महावत विनायक को इंसानी भाषा के साथ उसकी पीठ पर खाने पीने की व्यवस्था का बोझ भी धीरे-धीरे डालने लगे हैं। इतना ही नहीं होनहार हाथियों के साथ उसे जंगल के रास्ते से भी रूबरू कराया जाने लगा है।
उल्लेखनीय है कि दुधवा नेशनल पार्क के द्वार सैलानियों के लिए इन दिनों बंद हैं। 15 नवम्बर से पार्क खुल जाएगा। अब पार्क प्रशासन ऑपरेशन मानसून के तहत हाथियों के जरिए गश्त करने में जुटा हुआ है। दुधवा के इन होनहार हाथियों के बेड़े में अब विनायक भी शामिल होने जा रहा है। पार्क प्रशासन ने छोटे नवाब के नाम से पहचाने जाने वाले नटखट हाथी विनायक की स्कूलिंग पर विराम लगाते हुए होनहार महावतों से ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
आपको बता दें दुधवा टाइगर रिजर्व में कुल 23 हाथियों का दल है जिसमें से करीब 18 होनहार हाथियों को कर्मचारियों के साथ जंगल गश्त की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं दुधवा के हाथियों के दल में चार से पांच हाथी कम उम्र के हैं। इन बच्चों में सबसे समझदार छोटे नवाब यानी विनायक बाबू को बताया जाता है। विनायक की उम्र करीब तीन साल से ऊपर होने के चलते उसे अब ट्रेनिंग देने का कार्य शुरू कर दिया गया है। बाकी छोटी उम्र के हाथियों को अभी किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती है।
जानकारी देते हुए दुधवा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनोज सोनकर ने बताया कि विनायक करीब पांच साल से ऊपर का हो गया है। इसलिए दुधवा के अन्य अनुभवी हाथियों के साथ उसे ट्रेनिंग के लिए भेजा जाने लगा है। छोटे हाथी के बच्चों में विनायक सबसे अधिक फुर्तीला बुद्धिमान है। इंसानी भाषा के साथ जंगल के रास्ते की जानकारी के लिए विनायक को ट्रेनिंग दी जाने लगी है।