फ्लैट रेट बिजली की मांग को लेकर बुनकरों की ताली, थाली से गूंज उठा शहर बनारस
ए जावेद/मो0 सलीम
वाराणसी। शहर बनारस आज शाम बुनकरों की ताली और थाली की आवाज़ से गूंज उठा। हर तरफ से ताली और थाली की ज़ोरदार आवाज़े आई। क्या कोई धर्म क्या कोई जाति या फिर क्या छोटा क्या बड़ा, बुनकर बाहुल्य लगभग हर इलाके में ताली-थाली और घंटो तक की आवाज़े सुनाई दे रही थी। हड़ताल के 13वें दिन बुनकर बाहुल्य क्षेत्र शाम को ताली-थाली और घंटों से गूंज उठा। किसी ने घर की छत पर तो किसी ने दरवाजे पर खड़े होकर विरोध जताया।
बुनकर बाहुल्य क्षेत्र में प्रमुख पीलीकोठी, काजी सादुल्लापुरा, दोषीपुरा, बड़ी बाजार, जैतपुरा, आदमपुर, छोहरा, खोजापुरा, नवापुरा, पठानी टोला, कोयला बाज़ार, आगागंज, कमलगढ़हा, कच्चीबाग, कटेहर, सरैयां, जलालीपुरा, पुरानापुल, शक्कर तालाब, कोनिया, छितनपुरा, बजरडीहा लोहता, कोटवा आदि इलाकों में बुनकर शाम को पांच बजते ही ताली-थाली बजाने लगे। उन्होंने सरकार से अपनी पुरानी मांग फिर से दोहराई।
बताते चले कि मंगलवार को बुनकर सभा, वाराणसी वस्त्र बुनकर संघ और बुनकर बिरादराना तंजीम के सरदार के आह्वान पर बुनकरों ने ताली, थाली और घंटा बजाकर सरकार से बिजली के फ्लैट रेट की गुहार लगाई। वाराणसी वस्त्र बुनकर संघ के अध्यक्ष राकेश कांत राय ने कहा की कोरोना काल में कोरोना को हराने के लिए प्रधानमंत्री ने ताली और थाली बजाने का मंत्र दिया था। आज हम सभी बुनकरों ने सरकार को मनाने और अपना हक मांगने के लिए ताली और थाली बजाई। पार्षद हाजी ओकास अंसारी ने कहा कि सारे बुनकर भाई अपना-अपना कारोबार बंद करके भूखे सोकर सरकार से फ्लैट रेट पर बिजली की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शन के दौरान चौदहों के सरकार मकबूल हसन, बाइसी के सरदार अब्दुल कलाम, पांचों के सरदार अली अहमद, ज्वाला सिंह, गुलशन अली, साजिद अंसारी, इशरत उस्मानी, हाजी यासीन, बाबूलाल किंग, हारुन अंसारी, शैलेष सिंह, अकरम अंसारी, जीशान आलम, आफ ताब आलम, अफ रोज अंसारी, राकेश प्रधान शामिल रहे।