ट्रिपल मर्डर से रात भर खौफ से कापता रहा बांदा, बेरहमी से हुआ सिपाही, उसकी माँ और बहन का क़त्ल
ज़ीशान अली
बांदा. बांदा जनपद शुक्रवार की रात हुवे बेरहम ट्रिपल मर्डर से थर्राता रहा. शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे शहर के चमरौड़ी चौराहे के पास ट्रिपल मर्डर ने शहर को दहशतजदा कर डाला. प्रयागराज में तैनात एक सिपाही, उसकी मां और बहन का बड़ी ही बेरहमी से कत्ल कर दिया गया। ट्रिपल मर्डर की इस वारदात ने सभी को हिलाकर रख दिया। इस घटना पर एक बड़ा सवाल खड़ा हुआ है कि जब पुलिस अपनी टीम के लोगो को सुरक्षित नही रख पाई और घटना होने के काफी देर बाद मौके पर पहुची तो आम नागरिक की क्या स्थिति होती होगी.
बहरहाल, अमूमन घटनाओं की तरह घटना की सुचना मिलने पर होश फाख्ता किये स्थानीय सर्किल की फ़ोर्स मौके पर पहुची. कई बड़े अधिकारियो ने भी घटना स्थल का जायजा लिया. हत्या में वांछित दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, अन्य की तलाश की जा रही है। आईजी के. सत्यानारायण और एसपी एसएस मीणा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे हुए हैं। बताया जाता है कि सिपाही अभिषेक वर्मा प्रयागराज में तैनात था। उसका परिवार चमरौड़ी चौराहे से अलीगंज जाने वाले रास्ते पर रहता है। आज अभिषेक का अपने चचेरे भाइयों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। हमलावरों ने कुल्हाड़ियों व धारदार हथियारों से वारदात को अंजाम दिया।
घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि आरोपी पड़ोसी चचेरे भाई हैं। नाली में जूठन जमा होने को लेकर विवाद चल रहा था। मृतक सिपाही ने पुलिस चौकी कलुकुआँ में शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मां रमा देवी (50) और बहन निशा (22) की हत्या की गई। तीनों को कुल्हाड़ी से वारकर मारा गया।
घटना के बाद लोगो का कहना है कि यदि पुलिस मामले में पहले ही कार्यवाही करती तो शायद इस घटना को रोका जा सकता था. स्थानीय पुलिस ने जब अपने विभाग के सिपाही का साथ नही दिया और उसकी शिकायत को नज़रअंदाज़ कर डाला तो फिर क्या आम नागरिक की शिकायतों पर तवज्जो मिलती होगी ये एक बड़ा सवाल है. घटना होने के बाद उसके कारित करने वालो पर कार्यवाही करना उनकी गिरफ़्तारी करना जैसी कार्यवाही करके खुद की भले स्थानीय पुलिस पीठ थपथपा ले. मगर स्थानीय पुलिस ने शिकायत पर शुरू में ही संज्ञान लिया होता तो शायद ऐसे दर्दनाक घटना नही हुई होती.