किसान आन्दोलन – किसानो के पेज को फेसबुक ने किया निष्क्रिय, विरोध होता देख फिर से किया चालु
आदिल अहमद
डेस्क. कृषि कानून के खिलाफ देश भर के किसान संगठन देश की राजधानी नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर तेजी से बढ़ रहे किसान आंदोलन पर रविवार को ब्रेक लग गया। सरकार के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे फेसबुक अकाउंट को लाइव प्रसारण के बाद ब्लॉक कर दिया गया और इंस्टाग्राम अकाउंट पर कंटेंट डालने पर रोक लगा दी गई है, प्रदर्शनकारियों ने ऐसा आरोप लगाया है। सरकार के इस कदम ने ऑनलाइन सेंसरशिप के बारे में बहस को फिर से खड़ा कर दिया है। हालांकि फेसबुक ने बाद में पेज को दोबारा खोल दिया और इंस्टाग्राम नया कंटेंट अपलोड करने की जो पाबंदी लगाई थी वह भी हट गई है।
Now this is #TooMuchDemocracy
A peaceful protest by #Kissan & @Facebook deletes @Kisanektamorcha Facebook page#Shame #WhereisDemocracy #DigitalKissan— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) December 20, 2020
किसान आंदोलन को लेकर इंटरनेट पर फैलाए जा रहे अफवाहों पर अपना पक्ष रखने और आंदोलन को सोशल मीडिया पर आगे बढ़ाने के लिए चार दिन पहले ही संयुक्त किसान मोर्चा ने सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और स्नैप चैट पर किसान एकता मोर्चा नाम से अकाउंट बनाया था। चार दिन में इस अकाउंट पर लाखों की संख्या में फॉलोअर्स हो गए। यही नहीं कई अकाउंट पर लोगों की पहुंच 12 लाख पार कर गई थी।
संयुक्त किसान मोर्चा की रविवार देर शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी, जिसे फेसबुक पेज पर लाइव किया जा रहा था। लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की आईटी टीम ने पाया कि उनका फेसबुक पेज निष्क्रिय हो गया है। यही नहीं किसान एकता मोर्चा का कहना है कि उनका इंस्टाग्राम अकाउंट भी अब नहीं खुल रहा है। दोनों ही पेज पर मिलाकर कुल 1.50 लाख से अधिक फॉलोअर्स थे। फेसबुक पेज को बंद करने को लेकर किसानों ने नाराजगी जताई। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों की आवाज दबाने का आरोप लगाया। इसके कुछ देर बाद फेसबुक पेज फिर से एक्टिव हो गया।