महज़ 15 दिल पहले तमाम तमन्नाओ के साथ आरजू का हुआ था विवाह, फिर कौन है ससुराल में वो ज़ालिम जिसने रोक दी उसकी सांसे ?
तारिक खान/मो0 कुमैल
कानपुर/ मध्यप्रदेश के शहडोल निवासी ईंट कारोबारी नीरज कटारे ने अपनी इकलौती बेटी का बड़ी तमन्नाओं और मुरादों के बाद मुहब्बत से नाम आरजू रखा था। वाकई में आरजू ने उनकी आरजू को पूरा भी किया और मेधावी आरजू ने इंजिनियरिग करके सॉफ्टवेयर इन्जिनियर के रूप में अपनी पहचान बनाई। बिटिया आरजू सयानी हो चुकी थी तो हर पिता की इच्छा अपनी बेटी के हाथ पीले करने की रहती है। नीरज कटारे ने भी अपनी बेटी आरजू के लिए सुयोग्य वर के तौर पर कानपुर निवासी अमनदीप को चुना। अमनदीप बंगलूर में इंजिनियर के पद पर कार्यरत है।
बेटी को तमाम अरमानो के साथ नीरज ने बिदा किया। आरुजु भी कई तमन्नाओ के साथ खुद के घर से बिदा होकर अपने ससुराल इसी वर्ष दिसम्बर की 8 तारिख को पहुची। नौबस्ता के केशवनगर कालोनी स्थित अमनदीप के आगन में आरजू के अपनी उम्मीदों की तमन्ना लेकर कदम रखा। ससुराल में लोको पायलट ससुर आरसी गुप्ता, सास पिंकी और एक नन्द ने उसका बाहे फैला कर स्वागत किया। नीरज और बिटिया आरजू को क्या पता था कि उसकी ज़िन्दगी की सांसे महज़ 15 दिन चलने वाली है।
शुक्रवार को देर रात आरजू के पिता नीरज को जानकारी मिली कि उनकी बिटिया बाथरूम में गिरकर घायल हो गई है। नीरज के मुताबिक ये जानकारी उन्हें अपने दामाद अमनदीप से मिली। जानकारी मिलने के बाद नीरज अपने परिजनों और रिश्तेदारों के साथ घबराकर कानपुर पहुचे। वहा बेटी आरजू गुप्ता को मृत पाया। महज़ 26 साल की ज़िन्दगी में आरजू की सांसे रुक गई थी। बिटिया के ससुरालियो ने उन्हें बताया कि बाथरूम में गिरने से आरजू की मौत हो गई थी।
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुची। आरजू के परिजनों और पुलिस को मामला संदिग्ध दिखाई दे रहा था। मौत की संदिग्धता को देखते हुवे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। पोस्टमार्टम में मामला उल्टा दिखाई दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार आरजू की मौत दम घुटने के वजह से हुई है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया था। रिपोर्ट आते ही मामला स्वाभाविक मौत का नहीं बल्कि हत्या का साबित हुआ। पुलिस ने हत्या की जानकारी होते ही ससुरालियों को हिरासत में ले लिया है।
शनिवार देर शाम आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार आरजू की मुंह दबाकर हत्या की गई। शरीर पर बाथरूम में गिरने से चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। थाना प्रभारी सतीश कुमार सिंह ने बताया कि अभी तहरीर नहीं मिली है। ससुरालियों से पूछताछ की जा रही है।
अंतिम संस्कार के लिए नवविवाहिता इंजीनियर आरजू की हत्या के आरोपियों यानी आरजू के पति अमनदीप व ससुर को पुलिस हिरासत में लेकर घाट पर पहुंची। यहां शव का अंतिम संस्कार किया गया। अमनदीप ने पत्नी के शव को मुखाग्नि दी। आरजू के पिता नीरज कटारे बेटी की मौत से इस कदर आहत थे कि उन्होंने बेटी के अंतिम संस्कार में जाने से इनकार कर दिया। उनकी हालत को देखते हुए कुछ परिवारजन भी उन्हीं के साथ गेस्टहाउस में रुके रहे। बेटी आरजू के शव से लिपटकर मां इस कदर रोई कि वहां मौजूद हर कोई फफक पड़ा।
अंतिम संस्कार के बाद दोनों पक्षों से संभ्रांत लोगों के बीच कई घंटे तक पंचायत चली, लेकिन नतीजा सिफर रहा। आरजू के पिता नीरज ने बताया कि बेटी को किसी तरह की शिकायत नहीं थी। मौत से पहले भी आरजू ने घर पर फोन कर बात की थी और उस वक्त भी उसे कोई शिकायत नहीं थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि के बाद भी अगर वो चुप रहे तो उनकी अर्न्तात्मा हमेशा उनको कोसती रहेगी। समाचार लिखे जाने तक पुलिस को लिखित तहरीर का इंतज़ार था। वही पुलिस ने आरजू के पति अमनदीप और ससुर को हिरासत में ले लिया है।