मतदाता जागरूकता से जरूरी है विधायक का प्रचार
आदिल अहमद/मो0 कुमेल
कानपुर। मतदाता जागरूकता के लिए शासन प्रशासन लगातार वर्षो से प्रयास करता चला आ रहा है। साथ ही साथ सामाजिक संस्थाएं भी मतदाता जागरूकता के लिए प्रयास करती आई हैं। हर चुनाव में नेताओं का ब्यान आता है कि अमुक बूथ अथवा मुहल्लों में वोट नही आये है। काट दिए गए है। इस प्रकार की बातो से बचने के लिए शासन और प्रशासन अपनी जी जान लगा कर वोटर लिस्ट सही करवाता रहता है। समय समय पर कैम्प लगाया जाता है। कैम्प की जानकारी भी दिया जाता है। मगर शायद कुछ नेता ऐसे भी है जिनको मतदाताओ की जागरूकता से कोई सरोकार नही है। उनको तो केवल अपने शान का प्रचार पसंद है।
ऐसा ही एक मामला कानपुर में देखने को आया है। जहा कानपुर में निर्वाचन अधिकारी द्वारा शहर में होर्डिंग लगाई गई। जिससे लोगो मे मतदाता सूचि निर्माण के सम्बन्ध में जागरूकता फैलाने के गरज से जानकारी दिया गया है। जिन लोगों के नाम मतदाता सूची में नाम नही है, उनके नाम कैसे बढ़ाये जायेगे। जिनके नाम गलत है वह सही कैसे करवाए। इन सब जानकारी के लिए प्रशासन स्तर पर बड़ी बड़ी होर्डिंग लगा कर आम जनमानस को जाफ्रुक करने का काम किया जा रहा है। जिससे जनता जागरूक हो सके और जानकारी कर सके।
लेकिन एक जिम संचालक द्वारा सपा विधायक के द्वारा अपने जिम की ग्रैंड मतलब ग्रैंड ओपनिंग का प्रचार किया जा रहा है। जिम संचालक इत्तिफाक से सपा विधायक के काफी करीबी बताये जा रहे है। साथ ही साथ सपा विधायक के द्वारा इस जिम की ओपिनिग खुद किया जाना है तो फिर उनका प्रचार समस्त जागरूकता से ऊपर ही रहेगा। आखिर अगर मतदाता जागरूक हो गया तो वोटर लिस्ट में नाम शामिल करवाएगा। फिर वो वोट भी देने जायेगा। कही वोट विपक्ष को न दे दे। इन सब झंझटो से छुटकारा पाने का सबसे आसन तरीका जिम संचालक ने अपनाया और उसने जागरूकता होर्डिंग पर सपा नेता इरफ़ान सोलंकी द्वारा होने वाली अपनी होर्डिंग चढ़ा डाली।
अब जागरूकता फैलाने वाली होर्डिंग नीचे दब चुकी है और उसके ऊपर सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी की तस्वीर वाली होर्डिंग लगी हुई है। मतदाता क्या करेगा आखिर जागरूक होकर। नेता जी की तस्वीर को देख कर आखिर जय करने वाला भी तो चाहिए तो मतदाता अगर जागरूक हो गया तो नेता जी की जय कौन कहेगा? मसला सोचनीय है। आप सोच सकते है और मन में तीन बार हां हां हां करके हंस भी सकते है। आखिर हंसी भी काम की चीज़ है। वैसे याद दिलाता चलू कि यही सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी थे जो इसी इलाके में मतदाता सूचि में जानबूझ कर नाम काटे जाने की बाते पिछले निकाय चुनावों में करते फिर रहे थे।
उस समय तो विधायक जी आग बगुला होकर कहते नज़र आ रहे थे कि सत्तारूढ़ भाजपा की दें है कि उनके इलाके के वोट काट दिए गए है। मगर शायद उनके पास इसका जवाब नही था कि मतदाता सूचि के वेरिफिकेशन के समय आखिर खुद को सामज सेवक और नेता कहने का दम्भ भरने वाले क्यों नही इस लिस्ट को सही करवाने की जानकारी आम जन मानस को देते है। तो साहेब नाम गायब नही किये। आपके कार्यकर्ताओं ने जमकर मेहनत नही किया है।