अमेरिका – तख्तापलट की कोशिश को भी पलट दिया अमेरिकन संसद ने, हुआ सत्ता हस्तांतरण
आदिल अहमद
वाशिंगटन: ट्रंप द्वारा सत्ता में रहने के दंगाई कार्ड का भी आखिर समापन हो गया और बाइडेन औपचारिक रूप से अमेरिकी प्रेसीडेंट घोषित हो गए है। इस प्रकार एक बड़े हंगामे के बाद खुद को महान कहने वाले अमेरिका में सत्ता परिवर्तन हो चूका है। इस दरमियान सत्ता स्थानांतरण रोकने का ट्रंप समर्थको का दंगा कार्ड भी काम नहीं आया और जनता की मुहर संसद में सही साबित हुई।
इस दरमियान निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को स्पष्ट संकेत दिया कि वह 20 जनवरी को स्वेच्छा से पद छोड़ देंगे, यह कहते हुए उन्होंने ये संकेत दिया कि जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद के लिए “व्यवस्थित परिवर्तन” होगा। वही इसके पहले अमेरिकी कांग्रेस ने गुरुवार को संयुक्त सत्र में औपचारिक रूप से 3 नवंबर को हुए चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए जो बाइडेन एवं उपराष्ट्रपति पद पर कमला हैरिस के निर्वाचन की पुष्टि कर दी है।
कांग्रेस के संयुक्त सत्र में निर्वाचन का सत्यापन आज तड़के किया गया। निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सैकड़ों समर्थकों द्वारा कांग्रेस की कार्यवाही बाधित किए जाने के बाद बुधवार देर रात संयुक्त सत्र की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई थी। निर्वाचन मंडल के मतों की पुष्टि कैपिटल हिल पर हिंसा की घटना के बाद आई है जिसमें चार लोगों की मौत हुई और इलाके में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। इस हिंसा में सुरक्षाकर्मियों के लिए अपनी जान बचाकर भागने की नौबत आ गई और इमारत के भीतर गोलीबारी की घटना हुई।
अगर हकीकत का आईना देखे तो एक प्रकार से अमेरिका ने अपना लोकतंत्र बचा लिया है। अमेरिकी संसद ने तख्ता पलट की कोशिश को भी पलट दिया। लोकतान्त्रिक देश में सत्ता के परिवर्तन को रोकने के लिए इस प्रकार की हिंसा वास्तव में निंदा का मुद्दा हो चूका है। जिस जनादेश को आसानी से मान लिया गया होता तो शायद ऐसी नौबत न आती।