महज़ चन्द घण्टो में ही तलाश लिया चौक पुलिस ने गुमशुदा बुजुर्ग महिला को
ए जावेद
वाराणसी। पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाने वालों की कमी नही होती है। मगर उसी पुलिस के मानवीय चेहरे को भी जग जाहिर होना चाहिए। तत्काल एक्शन मोड़ में आने के बाद उसके उस रिजल्ट को भी जग जाहिर होना चाहिये जो पीड़ित परिवार को राहत देता है। ऐसा ही कुछ तत्काल एक्शन मोड़ काम आया और चौक पुलिस ने महज़ चन्द घण्टो के अंदर ही गुमशुदा बुजुर्ग महिला को तलाश लिया।
मिले समाचारों के अनुसार कर्णघन्टा निवासिनी 75 साल की बुजुर्ग महिला मन्ना जिनका मानसिक संतुलन ठीक नही है आज अहले सुबह घर से निकल कर कही चली गई। हैरान परेशान परिजन पूरा दिन मन्ना की तलाश करते रहे। जब मन्ना नही मिली तो थक हार कर मन्ना का भतीजा चौक पुलिस के शरण मे रात्रि लगभग 9:30 बजे पहुचा और इस्पेक्टर चौक डॉ0 आशुतोष तिवारी को अपनी व्यथा बताया। इस्पेक्टर चौक डॉ0 आशुतोष तिवारी ने लिखा पढ़ी की कागज़ी खानापूर्ति के जगह गुमशुदा की तलाश को तरजीह देते हुवे अपने अधीनस्थों को निर्देशित किया कि जब तक कागज़ी कार्यवाही हो रहीं है तब तक गुमशुदा कि तलाश का इंतज़ार न करे और तलाश जारी कर दे।
इंस्पेक्टर चौक के निर्देशन के बाद काशीपूरा चौकी इंचार्ज स्वतंत्र सिंह और दालमंडी चौकी प्रभारी सौरभ पांडेय अपनी टीम के साथ जुट गए। इस दरमियान फैंटम और पिकेट जवानों को भी फोन पर गुमशुदा महिला का हुलिया बताया गया। महज़ चन्द समय की मेहनत के बाद सुबह से गुमशुदा बुजुर्ग महिला मन्ना पुलिस को मिल गई। मन्ना का दिमागी संतुलन सही नही है तो वह घर का रास्ता नही पहचान पा रही थी।
मन्ना को चौक पुलिस थाने लेकर आती है और उसके परिजनों को सूचना दिया गया। सूचना पाकर थाने पहुचे परिजनों ने मन्ना की देख खुशी का ठिकाना नही था। मन्ना के परिजनों के हवाले पुलिस ने मन्ना को किया और सभी परिजनों ने पुलिस का धन्यवाद कहा। क्षेत्र में चौक पुलिस के इस काम की चतुर्दिक प्रशंसा हो रही है।