कानपुर – अंजुमन ज़िया-ए-नबी की जानिब से मुहब्बत और अकीदत के साथ मना जश्न-ए-ख्वाजा गरीब नवाज
आदिल अहमद/ मो0 कुमेल
कानपुर. कानपुर शहर के हीरामन पुरवा में बड़े अकीदत और मोहब्बत के साथ जश्न-ए-ख्वाजा गरीब नवाज मनाया गया। जश्न-ए-ख्वाजा गरीब नवाज के दौरान उलमाओं ने दिया मोहब्बत और इंसानियत का पैगाम और कहा कि सूफियों के दरबार में किसी तरह का भेदभाव नहीं होता। यहां गुलाब व गेंदे के फूल एक साथ चढ़ाए जाते हैं।
कहा गया कि ख्वाजा गरीब नवाज ने मोहब्बत की शमां रोशन की। इस शमां की रोशनी पूरे एशिया में फैली और साथ ही कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज हजरत मोईनुद्दीन चिश्ती ने इंसानियत, भाईचारे और मोहब्बत का पैगाम दिया।उन्होंने लोगों के एकता के सूत्र में पिरोया। अजमेर शरीफ में उनकी मजार पर विभिन्न धर्मों के लोग अकीदत के साथ पहुंचते हैं। यह बातें उलमा ने कहीं। उन्होंने ख्वाजा गरीब नवाज की शान बयां की और उनकी जिंदगी पर रोशनी डाली। ख्वाजा गरीब नवाज के पद चिह्नों पर चलने की कोशिश करने के लिए अंजुमन ज़िया-ए-नबी हीरामन पुरवा की जानिब जश्न-ए-ख्वाजा गरीब नवाज का आयोजन किया गया।
आयोजन में कारी मो0 नदीम, मो0 नईम (चांद बाबा), हाजी ज़िया, मो0 आफताब, मो0 शान(शालू), मो0 जहांगीर, मो0 चांद आदि मौजूद रहे।