ब्रह्म बाबा के धाम परिसर में संपन्न हुआ 11 दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का कार्यक्रम
मुकेश यादव
मधुबन(मऊ) रामपुर थाना क्षेत्र के रसूलपुर आदमपुर उर्फ रामपुर स्थित ब्रह्म बाबा के धाम परिसर में चल रहे ग्यारह दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का ग्यारहवां दिन रविवार को भारी संख्या में भींड़ बढ़ती रही।
कथा में श्रीहरि का वर्णन करते हुए भक्तों को वृंदावन धाम की महिमा के बारे में बताया गया। कथावाचक पूज्य जगत गुरु स्वामी श्री राघोचार्य ने कहा तीर्थों का राजा प्रयाग को कहा जाता है। एक बार सभी तीर्थ प्रयागराज को कर देने जा रहे थे । श्रीधाम वृंदावन नहीं जाता था । तीर्थ राज प्रयागराज ने सभा बुलाई और कहने लगे सब तीर्थ मुझे कर देने आते हैं लेकिन वृंदावन कभी नहीं आता है। चलते हैं नारायण से मिलते हैं।
प्रयागराज भगवान नारायण के पास गए और कहने लगे प्रभु वृंदावन कर देने नहीं आता है। भगवान कहने लगे मैंने प्रयागराज को तीर्थों का राजा बनाया है । अपने घर का राजा नहीं बनाया। कहे वृंदावन हमारा घर है। भगवान कृष्ण वृंदावन को अपना घर मानते हैं । वृंदावन धाम की महिमा अपरम्पार है।कथा में भगवान कृष्ण और बलराम का नामकरण , पूतना वध, बकासुर ,अगासुर बध, कालीय नाग मर्दन ,माखन चोरी लीला कर आरती के साथ समापन किया गया। इसमें रमेश दाश , सुनील साहनी , जनार्दन , कुंजविहारी दास, चुन्नू बाबा, प्रदुम्न यादव , सुदामा यादव,रामलाल राजभर सहित सैकड़ों श्रद्धालु श्रोतागण मौजूद रहे। कथा में भक्त भावविभोर हो मग्न हो गये।