देखती रह गई कानपुर पुलिस और सट्टा किंग सोनू सरदार ने किया अदालत में सरेंडर
मो0 कुमैल
कानपुर। कानपुर ही नहीं बल्कि देश के बड़े सट्टा कारोबारी में गिने जाने वाले सट्टा किंग सोनू सरदार को गिरफ्तार करने की तमन्न कानपुर पुलिस के मन में धरी की धरी रह गई और सोनू सरदार कल बुद्धवार को कानपुर के गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर कर गया। अदालत ने उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अब पुलिस अपनी किरकिरी होने के बाद सोनू सरदार को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।
गौरतलब हो कि एसपी साउथ और पश्चिम की टीम ने आठ नवंबर को फजलगंज, नजीराबाद और काकादेव में दबिश देकर करीब एक करोड़ रुपये का सट्टा पकड़ा था। इस दरमियान छह सटोरिये भी जेल भेजे गए थे। दिसंबर में पुलिस ने गिरोह के सरगना जयपुर निवासी सोनू सरदार गिरफ्तार किया था। मगर पुलिस की पैरवी शायद कमज़ोर रही होगी और सोनू सरदार के वकीलों की दलील मजबूत रही और उसी दिन उसको कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
इसके बाद नजीराबाद पुलिस ने सोनू और उसके पूरे गिरोह पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इस केस में वह फरार चल रहा था। पुलिस उसकी गिरफ़्तारी का प्रयास कर रही थी। पुलिस से दो कदम आगे सोनू सरदार के लिए पुलिस का सुचना तंत्र कमज़ोर पड़ रहा था। इस दरमियान कुछ दिन पहले सोनू सरदार ने अदालत में सरेंडर की अर्जी भी डाली थी जिसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को थी। मगर सोनू के गिरफ्तारी के लिए बिछाया गया पुलिस का जाल शायद सोनू भेद गया और गैंगेस्टर कोर्ट में उसने सरेंडर कर दिया।
नजीराबाद इंस्पेक्टर ज्ञान सिंह ने इस सम्बन्ध में कहा है कि जल्द ही जेल में बयान लेने के बाद पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दाखिल की जाएगी। वहीं, सूत्रों के मुताबिक गिरोह का पर्दाफाश होने बाद सोनू की पैरवी में कई सफेदपोश लगे थे। सूत्र तो यहाँ तक कहते है कि सोनू की पैरवी में खादी से लेकर कलम तक लगी हुई थी। मगर डीआईजी ने किसी की नहीं सुना और सोनू पर गैंगेस्टर के तहत कार्यवाही हुई। इस सम्बन्ध में एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि सोनू की कानपुर और जयपुर समेत कई जगहों पर संपत्तियां हैं। इन सभी को जब्त किया जाएगा।