उन्नाव – जानवरों का चारा लेने गई नाबालिग तीन दलित बालिकाओं में दो की संदिग्ध मौत, तीसरी की हालत गम्भीर

आदिल अहमद

उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में तीन नाबालिग दलित लड़कियां जंगल में जानवर का चारा लेने गईं थी लेकिन वहां दो मरी मिलीं जबकि एक बेहोश मिली। परिजनों का कहना है कि तीनों लड़कियां आपस में बंधी हुई थीं। वाकया उन्नाव के बबरुहा गांव का है। बुधवार को दोपहर बाद करीब 3 बजे तीनों लड़कियां रोज़ की तरह गाँव के जंगल की तरफ जानवरों के लिए चारा लेने निकलीं थीं लेकिन देर शाम तक वापस नहीं आईं। सभी बच्चियां आपस में रिश्तेदार बताई जा रही है, जिनमे मृतक किशोरियों का सम्बन्ध बुआ भतीजी है और घायल किशोरी चचेरी बहनें हैं।

बच्चियों की भाभी का कहना है कि जब बहुत देर हो गयी और लड़कियां नहीं आईं तो उन्होंने घर के लोगों से कहा कि आज कितना चारा काट रही हैं कि तीन-चार घंटे से लौटीं ही नहीं। इनमें से एक बच्ची रौशनी के भाई का कहना है कि उन्हें जब बच्चियों के वापस नहीं आने की खबर मिली तो वह घर वालों के साथ उन्हें ढूंढने गए तो तीनों बेसुध एक खेत में आपस में बंधी हुई मिलीं। वही पुलिस ने बच्चियों के हाथ बंधे होने और गले कसे होने की बात से इनकार किया है.

घटना की सूचना पर बच्चियों को फौरन इलाके के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि दो लड़कियों की मौत हो चुकी है, जबकि तीसरी ज़िंदा थी लेकिन उसकी हालत गंभीर होने की वजह से उसे बेहतर इलाज के लिए कानपुर रेफर किया गया है। घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। दोनों लड़कियों का शव पोस्टमॉर्टेम के लिए भेज दिया गया। उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने फौरन गांव पहुंचकर मौके का मुआयना किया।

उन्होंने बताया कि मौके पर काफी झाग मिला था जिससे पहली नज़र में ऐसा लगता है कि उनकी मौत ज़हर की वजह से हुई है, लेकिन पोस्टमॉर्टेम के बाद ही मौत की असली वजह साफ हो पाएगी। मामले की नज़ाकत को देखते हुए रात में ही लखनऊ से एडीजी लखनऊ जोन एस एन साबत और आईजी जोन लक्ष्मी सिंह उन्नाव पहुंच गई थीं। दोनों अफसरों ने रात में ही मौके का मुआयना किया और मातहतों को ज़रूरी निर्देश दिए। मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई है जो जांच पड़ताल कर रही है। एहतियातन गांव में काफी फ़ोर्स तैनात कर दी गयी है।

पीडिता का गाव बना छावनी, परिजनों को रखा जा रहा मीडिया से दूर

घटना के बाद से गाव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. वही परिजनों को मीडिया से बात करने से रोक दिया गया है. घटना के बाद कल रात तक मीडिया को परिजनों ने बयान दिया है. मगर इसके बाद से मीडिया को परिजनों से दूर रखा जा रहा है. वही भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने साफ़ साफ़ कहा है कि उन्नाव की घटना को हाथरस जैसा नही होने दिया जायेगा.

जांच और घटना के खुलासे के लिए 6 टीमो का हुआ गठन

यूपी के उन्नाव जिले में बुआ-भतीजी के शव व चचेरी बहन के गंभीर हालत में मिलने से हर कोई हतप्रभ है। तीनों के गले कसे होने, हाथ बंधे मिलने की परिजनों की बात पुलिस नकार रही है। पुलिस की जांच किशोरियों के जहर खाने या खिलाए जाने तक ही सीमित है। पुलिस ऑनर किलिंग की आशंका जता रही है।

उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस की 6 टीमें गठित की गई हैं। इसके अलावा स्वाट व सर्विलांस टीमें भी काम कर रही हैं। गंभीर किशोरी के बयान व पोस्टमार्टम रिपोर्ट खुलासे के लिए अहम हैं। दोनों का इंतजार किया जा रहा है। जल्द ही घटना से पर्दा उठाया जाएगा हालांकि प्रथम  दृष्टया मामला जहर से मौत का प्रतीत हो रहा है।

घायल लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग

इस दरमियान उन्नाव जिले में लड़कियों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बुआ-भतीजी के शव व चचेरी बहन के गंभीर हालत में मिलने से हर कोई हतप्रभ है। दो लड़कियों की मौत हो चुकी है जबकि तीसरी लड़की कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है। विपक्ष इस मामले में लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग कर रहा है। बबुरहा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। जगह-जगह बैरियर लगा दिए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। मीडिया मृतकों के परिजनों से नहीं मिल पा रही है। परिजनों को पुलिस द्वारा उठाए जाने के विरोध में ग्रमीण धरने पर बैठ गए हैं।

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