दो भाइयो का विवाद सुलझाने गए दरोगा की गोली मार कर हत्या, शहीद दरोगा का हत्यारोपी फरार
तारिक खान
आगरा। आगरा के खंदौली क्षेत्र के एक गांव नहर्रा में आज बुद्धवार शाम को दो भाइयो का खेत में आलू खोदने को लेकर हो रहे विवाद की सुचना पर मामला सुलझाने मौके पर पहचे एक दरोगा को गोली मार दिया गया। गोली लगने से मौके पर ही दरोगा की मौत हो गई। मृतक दरोगा का नाम प्रशांत कुमार बताया जा रहा है। वह बुलंदशहर के मूल निवासी थे। वही गोली मारने का आरोपी विश्वनाथ मौके से फरार हो गया। सुचना पर जनपद के आला अधिकारी भारी फ़ोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुचे। फरार विश्वनथ के तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है। गोली दरोगा प्रशांत कुमार के गले में लगी बताई जा रही है।
घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार सम्बंधित ग्राम नहार्रा में विजय सिंह पहलवान का खेत है। पहलवान ने अपनी पत्नी को छोड़ रखा है और उसके दो बेटे है एक विश्वनाथ और दूसरा शिवनाथ। बड़ा बेटा शिवनाथ पिता के साथ रहता है। वहीं छोटा विश्वनाथ मां के साथ रहता है। विजय के खेत के तीन हिस्से हुए हैं। एक हिस्सा विजय के पास है। इस पर शिवनाथ ने खेत में आलू की फसल की थी। बुधवार को विश्वनाथ ने पिता के खेत से आधा आलू मांगा। कहा कि यह मां के हिस्से का है। दोनों भाइयों के बीच इसी बात को लेकर सुबह से विवाद हो शुरू हो गया।
सूचना पर पुलिस पहुंच गई। इस पर आलू की खुदाई होने लगी। पुलिस भी मौके पर मौजूदगी रही। जब तक पुलिस मौके पर मौजूद रही तब तक कोई विवाद नहीं हुआ। मगर शाम के समय पुलिस के जाने बाद विश्वनाथ पहुंच गया। उसने तमंचा लेकर मजदूरों को धमकाना शुरू कर दिया। सुचना मिलने पर शाम तकरीबन सात बजे दरोगा प्रशांत कुमार और सिपाही चंद्रसेन बाइक से गांव पहुंचे। खेत में विश्वनाथ के हाथ में तमंचा देखकर दरोगा प्रशांत कुमार उसके पीछे उसको पकड़ने के लिए दौड़ लगा दिया। वह भागने लगा। मगर, दरोगा पीछा करते रहे। इस पर विश्वनाथ ने गोली चला दी। दरोगा की मौत हो गई। इसके बाद आरोपी भाग निकला। घटना होने के बाद मौके से ग्रामीण भी भाग निकले।
सिपाही चंद्रसेन ने इसकी सूचना थाने पर दिया और सूचना मिलने के बाद थाने की फोर्स मौके पर पहुंची। दरोगा को अस्पताल लेकर आया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सूचना पर एडीजी राजीव कृष्ण, आईजी रेंज ए सतीश गणेश, एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंच गए। एसएसपी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक आरोपी पुलिस पकड़ से दूर था। शहीद दारोगा प्रशांत कुमार यादव वर्ष 2015 बैच में नियुक्त हुए थे। मूलत: बुलंदशहर के गांव छतारी के निवासी थे। उनके घर पर सूचना पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिवार के लोग आगरा के लिए रवाना हो गए हैं।
वही मामले का संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ ने लेटे हुवे घटना पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने केनिर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने सब इंस्पेक्टर के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत शहीद पुलिस कर्मी के परिजन को 50 लाख रुपये, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद पुलिस सब इंस्पेक्टर के जिले में एक सड़क के निर्माण कराया जाएगा।