बेल्थरारोड (बलिया) – कई वर्षो से दौड़ा रहे थे बुज़ुर्ग को रीपेमेंट देने के लिए ये इन्वेस्टमेंट कंपनी वाले, पुलिस ने अपनाया सख्त रवैया तो दिया बुज़ुर्ग की जमा रकम वापस
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड (बलिया) उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजना नया सवेरा प्रबुद्ध जनों की सेवा सुरक्षा के मद्देनजर शनिवार को राम कुँवर 70 वर्ष पुत्र स्वर्गीय सुदामा निवासी बस्ती पोस्ट कमलसागर थाना रामपुर जिला मऊ, का डूबा हुआ रुपया सहारा परिवार शाखा बिल्थरा रोड सीयर पुलिस चौकी के प्रभारी आर0के0 सिंह के द्वारा पुलिस दबाव से वापस दिलाया गया।
प्रकरण में मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले असहाय निर्बल बुजुर्ग शिकायतकर्ता राम कुँवर पुत्र स्वर्गीय सुदामा द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र देकर प्रभारी पुलिस चौकी से कहा गया था कि उन्होंने सहारा परिवार शाखा बिल्थरा रोड में 40 वर्षों से अपनी कमाई हुई परिश्रम की पूंजी जमा किये है। जिसे बैंक के मैनेजर तथा कर्मचारी वापस करने में आना कानी कर रहे हैं। मेरी मदद की जाए। पैसे के अभाव में शिकायतकर्ता के पत्नी स्वर्गीय लाल चुन्नी देवी की मृत्यु दिसंबर 2020 में इलाज के अभाव में हो गई थी। शिकायतकर्ता के सीने में पेसमेकर लगा हुआ है। हार्ट के एक्टिव मरीज हैं पैसे के अभाव में शिकायतकर्ता का इलाज ठीक से नहीं हो पा रहा है। बैंक वाले शिकायतकर्ता का पैसा वापस नहीं कर रहे हैं।
इस शिकायत पर शिकायतकर्ता बुजुर्ग को सम्मान देते हुए पुलिस चौकी पर बैठा कर प्रभारी पुलिस चौकी सीयर द्वारा पूरे बैंक के कर्मचारियों को चौकी पर बुलवाया गया और उनसे लिखित कराया गया कि बुजुर्ग का पैसा 15 दिन के अंदर वापस करेंगे, नही तो बैंक बंद करेंगे। कई सालों से शिकायतकर्ता को दौडाते दौडाते परेशान कर दिए हैं। अगर पैसा वापस नहीं करेंगे तो यह बैंक शाखा आप को बंद करना पड़ेगा। पुलिस के द्वारा की गई कडाई के अनुपालन में बैंक के मैनेजर द्वारा आज दिनांक 6 मार्च 2021 को शिकायतकर्ता बीमार बुजुर्ग के खाते में उनका समस्त रुपया 87241 चेक के द्वारा बैंक में डाल दिया गया।
शिकायतकर्ता बुजुर्ग पुलिस चौकी पर आकर भावुक होकर पुलिस को अश्रुभरी निगाहों से देखते रहे। जब उन्हें घर जाने के लिए कहा गया तो वह कहे कि जब तक हम आप लोगों को मिठाई नहीं खिला लेंगे हम यहां से वापस नहीं जाएंगे। मेरी एक इच्छा पूरी कर दीजिए आपकी वजह से यह पैसा आज मुझे वापस मिला है। यह पैसा पाकर मैं सोच रहा हूं कि मेरा दूसरा जन्म हो गया। मैं अपना इलाज कराने में सफल हो जाऊंगा। काफी समझाने भी बुज़ुर्ग नही माने तो सियार चौकी इंचार्ज ने खुद मिठाई अपने पैसे से मंगवा कर बुज़ुर्ग से कहा कि मैं भी आपका ही बेटा हु, तो आप खर्च करे अथवा मैं क्या फर्क पड़ता है। इसके बाद बुज़ुर्ग ने वो मिठाई अपने हाथो से पुलिस चौकी पर उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों को बड़े खुशी मन से खिलाया और पुलिस वालों को नम आंखों से बधाई देते आभार व्यक्त करते हुए पुलिस की प्रशंसा करते हुए अपने घर को गए।