इंडियन केयर सोशल फाउंडेशन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवार पर किया महिलाओं का सम्मान, बोली संस्था की डायरेक्टर सबा खान – बेटी नही है बेटो से कम
ईदुल अमीन
वाराणसी। शिक्षा, सुरक्षा और आत्मरक्षा पर कार्य कर रही है संस्था इन्डियन केयर सोशल फाउंडेशन महिलाओं को जागरूक करने के साथ-साथ आत्मनिर्भरता की ट्रेनिंग विगत वर्षो से दे रही हैl बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने चाहत रखने वाली इस संस्था में बेटियों के लिए अलग अलग तरीके ट्रेनिंग कोर्स होते रहते है। आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर इस संस्था द्वारा महिलाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया।
इस क्रम में महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अपना वक्तव्य देते हुवे संस्था की डायरेक्टर सबा खान ने कहा कि समाज में बेटी और बेटो में कोई फर्क नही होना चाहिए। बेटियों को भी बेटे के बराबर का सम्मान और शिक्षा दीक्षा मिलनी चाहिए। माता पिता को चाहिए कि समाज में बेटियों की सुरक्षा हेतु बेटो पर भी वैसी ही पैनी नज़र रखे जैसी वो बेटी पर रखते है। महिलाओं का सम्मान सोशल साइट्स पर केवल पोस्ट मात्र से नही होता है बल्कि वास्तविक जीवन में उनका सम्मान करना होता है।
उन्होंने कहा कि बेटियों को डरा कर रखने और खुद बेटी से डर कर रहने के बजाये बेटियों को आत्मनिर्भर बनाये और उनके अन्दर आत्मविश्वास पैदा करे। उनको उचित मार्गदर्शन देकर उनकी रूचि के अनुसार उन्हें पढाये लिखाये और समाज को शिक्षित बनाये। बेटिया एक नही बल्कि दो दो कुल का दीपक होती है। इस दीपक को आत्मविश्वास दे।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में संस्था की उपाध्यक्ष, कोशाध्यक्ष और डायरेक्टर के द्वारा महिलाओं को माला पहना कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बताया गया कि महिलाये शक्ति न नाम है न कि कमज़ोर है। महिलाये और बेटियाँ अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। खुद के अंदर से डर को निकालकर आत्मविश्वास भरे और खुद को शक्तिशाली बनाएं, ताकि हर हर चट्टान से टकरा सके। संस्था की उपाध्यक्ष राबिया खातून ने कहा कि महिलाये झांसी की रानी से कम नहीं है। बस उनको हौसला देने की जरूरत है। उनको आत्मनिर्भर बनाने की ज़रूरत हैl खुद को मजबूत करे और खुद का मुकाम हासिल करे। जब बेटियां ताकतवर होंगी तो समाज और देश ताकतवर होगा।