कानपुर- सजेती गैंग रेप केस दर्ज होने के दुसरे ही दिन पीडिता के पिता की सड़क दुर्घटना में मौत, परिजनों ने लगाया पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप
तारिक खान/मो0 कुमैल
कानपुर। कानपुर के घाटमपुर थाना क्षेत्र के सजेती गैंग रेप केस की पीडिता के पिता की आज एक सड़क दुर्घटना में संदिग्ध मौत हो गई। मृतक ने मंगलवार को ही कन्नौज में पोस्टेड दरोगा देवेन्द्र यादव के दबंग पुत्र दीपू यादव ने कक्षा 8 की नाबालिग 13 वर्षीया छात्रा का अपने साथी गोलू यादव के साथ मिलकर अगवा कर गैंग रेप किया था। पुलिस ने मामले में कल मंगलवार को ही मुकदमा दर्ज किया था। आज मेडिकल के लिए गई छात्रा के साथ गए पिता कि अस्पताल के बाहर ही एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
गौरतलब हो कि कल ऍफ़आईआर दर्ज करवाते समय पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया था कि उन्हें दरोगा के परिजनों से धमकी मिल रही है। आरोप है कि दरोगा देवेन्द्र सिंह यादव का बेटा दीपू यादव अपने साथी गोलू यादव के साथ सोमवार को शाम जब पीडिता घर से चारा लेने खेतो को जा रही थी को अगवा कर लिया था। इसके बाद नाबालिग पीडिता को दोनों ने अज्ञात स्थान पर बंधक बना कर गैंग रेप किया। परिजन बेटी के वापस न आने पर रात भर उसको तलाशते रहे। मगर वह कही न मिली। इस दरमियान सुबह वह बदहवास हालत में घर पहुची और परिजनों से आप बीती बताया जिसके बाद परिजनों ने घाटमपुर थाने पर मामले की तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करवाया था।
आज इस मुक़दमे में पीडिता का मेडिकल चेकअप होना था। मेडिकल चेकअप के लिए पीडिता अपने पिता के साथ गई थी। इस दरमियान मेडिकल चेकअप हो रहा था तभी पीडिता के पिता की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इसके बाद प्रशासनिक अमले में हडकंप मच गया। तुरंत मौके पर भारी फ़ोर्स पहुच गई। पिता की मृत्यु की सुचना मिलने पर गैंग रेप पीडिता काफी जोर जोर से कापने ली। कई महिला पुलिस कर्मियों ने उसको संभाला। काफी देर तक महिला सिपाही उसे सांत्वना देने की कोशिश करती रही। बदहवास पीड़िता के कांपने पर अनहोनी की आशंका पर पुलिस के होश उड़ गए। पीड़िता के आंसू नहीं थम रहे थे। वो पिता के शव को छोड़कर मां के साथ मेडिकल कराने गई। उसको यकीन नहीं हो रहा था कि अब उसके पिता इस दुनिया में नहीं रहे।
इसके बाद मौके पर पहचे अधिकारियो ने मामले को किसी प्रकार संभाला और दुष्कर्म पीडिता के परिजनों से बात कर मुआवज़े की बात किया तो पीडिता की माँ पीड़िता की मां गुस्से में बोली कि पैसा नहीं चाहिए। अगर वापस कर सकते तो मेरी बेटी की इज्जत और मेरा पति लौटा दो। ये सुनकर सब स्तब्ध रह गए। पीड़िता के दादा बेसुध हैं। बुजुर्ग दादा ने रोते हुवे कहा कि बुढ़ापे में ये दिन देखने को मिलेंगे कभी सोचा नहीं था। अब बस यही प्रार्थना है कि दोषियों को सख्त सजा मिले। पीड़िता के परिवार ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। परिवार का कहना है कि आरोपी का परिवार उन्हें केस फाइल किए जाने के बाद से ही धमका रहा था और पुलिस की भूमिका मामले में ‘मिली-जुली है’।
क्या बोले अधिकारी
कानपुर पुलिस चीफ डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह ने एक वीडियो स्टेटमेंट जारी कर कहा, ‘जब मेडिकल चेकअप चल रहा था, उस वक्त लड़की के पिता चाय पीने के लिए बाहर आए। हमें पता चला है कि उनकी मौत ट्रक एक्सीडेंट में हुई है। उन्हें तुरंत कानपुर अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उनकी मौत हो गई। हमने एक्सीडेंट केस फाइल किया और जांच कर रहे हैं।’
कानपुर के डीएम डॉक्टर आलोक तिवारी ने एक वीडियो जारी कर बयान दिया है और कहा है कि दोनों मामलों की विवेचना की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘पूरा प्रशासन पीड़िता के परिवार के साथ है। मुख्यमंत्री जी की ओर से मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पीड़िता के परिवार को पांच लाख का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। दोनों ही मामलों की कड़ी विवेचना की जा रही है। मामले में अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’
कौन है दरोगा देवेन्द्र यादव
इस घटना में गैंगरेप पीडिता का परिवार दरोगा देवेन्द्र यादव को हत्या का आरोपी माँ रहा है। दरोगा देवेंद्र सिंह यादव कन्नौज के छिबरामऊ तहसील में निगम मंडी चौकी इंचार्ज है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वीआईपी ड्यूटी में वह जालौन गया था लेकिन अभी तक लौटा नहीं। उसने जिले में बुधवार को भी आमद नहीं कराई। दरोगा देवेन्द्र यादव का मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है। उसके फरार हो जाने की आशंका है। सीओ शिव प्रताप सिंह ने बताया कि दरोगा के आने पर पूछताछ होगी।