जहरीली शराब की वजह से पसरा मातम, होली की खुशियों के बीच इन गांवों में गूंज रही सिसकियां और गम का माहोल
तारिक खान
प्रयागराज। मौजूदा समय में शहर हो या अंचल हर तरफ फागुनी बयार छाई है। होली का माहौल नजर आने लगा है। बाजार में लोग खरीदारी के लिए जा रहे हैं तो घरों में पापड़ और चिप्स तैयार की जा रही है। नए कपड़े खरीदने से लेकर बच्चों को पिचकारियां और रंग, पानी वाले गुब्बारे, अबीर, गुलाल दिलाने का इंतजाम हो रहा है। मगर खुशी के इस माहौल के बीच जनपद के कई गांव ऐसे भी हैं जहां जहरीली शराब से मौतों की वजह से मातम छाया है। इन गांवों में गम का साया है और घरों में सिसकारियां गूंज रही हैं।
नशे की लत ने तबाह कर दिए कई परिवार
होली से पहले शराब की लत ने जनपद के गंगापार इलाके में सैदाबाद के आसपास के कई गांव के 14 लोगों को काल कवलित कर दिया है। 15 मार्च से शुरू हुआ अकाल मौतों का सिलसिला अभी थमा नहीं है। मंगलवार देर रात अमोरा गांव के 42 वर्षीय ओमप्रकाश ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। वह मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता था। उसका एक पुत्र है और जबकि दो बेटियां हैं। तीन भाइयों में बड़े ओमप्रकाश पर ही परिवार के गुजारे की जिम्मेदारी थी। अब परिवार मुसीबत में फंस चुका है। नशे की लत ने होली के मौके पर परिवार की खुशियां छीन ली हैं। खुशियों की तो बात दूर अब इस परिवार के सामने रोज पेट भरने की भी समस्या खड़ी होने वाली है। ओमप्रकाश की पत्नी रात भर रोती बिलखती रही। रिश्ते और गांव की महिलाएं किसी तरह उसे दिलासा दिला रही। दिनभर घर के बाहर ग़मगीन महिलाओं का जमघट लगा रहा।
अब भी कई लोगों की जान पर बना है खतरा
अमोरा की तरह सैदाबाद के आसपास बींदा, संग्राम पटटी, सराय मंसूर आदि कई गांव में मातमी माहौल है। यहां सिसकियां और विलाप गूंजता रहता है। यदा-कदा पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम इन गांवों में अब भी पहुंच रही है। रंगों के त्योहार से पहले इन गांवों के लोगों के चेहरे की रंगत उड़ चुकी है। अब तक जहरीली शराब कांड में 14 लोग जान गंवा चुके हैं। 15 मार्च को मामला सामने आने के बाद हरकत में आकर पुलिस ने 11 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया था। मामले में कई लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।