महंगाई का और बढ़ा जेब पर भार, एलपीजी सिलेंडर के दामो में फिर हुई बढ़ोतरी, पढ़े दाम बढ़ने पर क्या कहा राहुल गांधी ने
आफताब फारुकी
नई दिल्ली: एक तरफ कोरोना महामारी के चलते लोगों की आय में गिरावट देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ महंगाई ने जनता की चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। लगातार बढ़ते दामो ने जहा एक तरफ जनता के जेब पर बोझ डाल रखा है वही आमदनी अठन्नी खर्चा रुपईया भी कहने वालो को देखा जा सकता है। कोरोना महामारी से दो चार होते हुए देश की जनता को इस वक्त महंगाई की दोहरी मार भी झेलनी पड़ रही है।
रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में पिछले चार दिनों में दूसरी बार बढ़ोतरी की गई है। सभी श्रेणियों के एलपीजी के दाम आज यानी 1 मार्च से 25 रुपये प्रति सिलेंडर और बढ़ गए हैं। इसका कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी के दाम बढ़ना बताया जा रहा है। पिछले चार दिनों में रसोई गैस सिलेंडर के दाम दूसरी बार बढ़ाए गए हैं। इससे पहले 25 फरवरी महीने को रसोई गैस के दामों में 25 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी।
दो महीनों में पेट्रोल-डीजल के दामों में करीब 8 रुपये बढ़े हैं तो एलपीजी गैस भी 125 रुपये महंगा हो गया है। दो महीनों में आए इस उछाल को समझने के लिए एक जनवरी 2021 और एक मार्च 2021 के दामों को तुलनात्मक तरीके से समझते हैं। आईओसीएल के अनुसार, अगर सिर्फ दिल्ली की बात करें तो एक जनवरी 2021 को पेट्रोल की कीमत 83.71 रुपये प्रति लीटर थी। आज यह 91.17 रुपये प्रति लीटर हो गया है। एक जनवरी को डीजल के दाम 73.87 रुपये प्रति लीटर थे, दो महीने बाद यानी की एक मार्च को यह बढ़कर 81.47 रुपये प्रति लीटर हो चुकी है।
एलपीजी के दामों में आए उछाल ने तो जनता की परेशानी को और भी बढ़ा दिया है। पिछले 2 महीने में 6ठवीं बार इसके दामों में बढ़ोतरी की गई है, जिसका असर अब लोगों की थाली में भी दिखाई देने लगेगा। एक जनवरी 2021 को रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत 694 रुपये थी। एक मार्च को यह बढ़कर 819 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है। यानी की अब प्रति सिलेंडर 125 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे। ध्यान रहें यहां सिर्फ दिल्ली के दामों की बात की जा रही है, कुछ राज्यों में इसके लिए दिल्ली से ज्यादा दाम चुकाने होंगे।
बोले राहुल गांधी व्यवसाय बंद कर दो, चूल्हा फूको और जुमले खाओ
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने रसोई गैस की कीमतों में हुई बढ़ोतरी पर लिखा कि LPG सिलेंडर के दाम फिर बढ़ गए। जनता के लिए मोदी सरकार के विकल्प, व्यवसाय बंद कर दो, चूल्हा फूंको और जुमले खाओ।