वाराणसी – टाटा की विजलेंस टीम और चौक पुलिस की दालमंडी में हुई छापेमारी में दो दूकानदार नकली टाटा की घडियो सहित गिरफ्तार, लाखो का माल बरामद – Updated
ए जावेद
वाराणसी। टाटा की घडियो क्रमशः टायटन, सोनाटा और फ़ास्टट्रैक घडियो के डुप्लीकेसी से सम्बन्धित शिकायतों के बीच आज टाटा वाचेज की विजलेम्स टीम ने चौक पुलिस के साथ दालमंडी के दो दुकानों पर जमकर छापेमारी किया। इस छापेमारी में टायटन, सोनाटा और फ़ास्टट्रैक घडियो की नकली घड़ियाँ टाटा के नकली बारकोड के साथ पकड़ी गई। इस छापेमारी में दो दुकानदारो को हिरासत में लेकर आगे की वैधानिक कार्यवाही समाचार लिखे जाने तक जारी है। मिले समाचारों के अनुसार लगभग 2000 नकली घड़ियां इस छापेमारी में बरामद हुई है।
इस छापेमारी के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार टाटा वाचेस को लगातार बनारस शहर में हो रही नकली टाटा कम्पनी के घडियो की सप्लाई के सम्बन्ध में शिकायत मिल रही थी। इस क्रम में जनवरी माह में भी बनारस में छापेमारी भी हुई थी, जिसमे काफी माल बरामद हुआ था। मगर इसके मुख्य सप्लाईकर्ता उस समय छापेमारी में बच गए थे। इसी कड़ी में टाटा वाचेस के विजलेेेस टीम के द्वारा प्रकरण में अपनी सुरगगशी जारी रही। टीम को पुख्ता सुचना मिलने के बाद आज विजलेेेस टीम के गौरव तिवारी तथा महेंद्र तिवारी वाराणसी के चौक थाना पहुची और इस सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी दशाश्वमेघ अवधेश पाण्डेय और थाना प्रभारी डॉ आशुतोष तिवारी को जानकारी दिया।
जानकारी मिलने के बाद क्षेत्राधिकारी के निर्देशन में थाना प्रभारी चौक डॉ आशुतोष तिवारी ने दालमंडी चौकी इंचार्ज सौरभ पाण्डेय, काशीपुर चौकी इंचार्ज स्वतंत्र सिंह, हेड कांस्टेबल मुलायम कन्नौजिया, का0 मानस तिवारी, कपूर चन्द्र को टीम के साथ क्षेत्र में छापेमारी हेतु टाटा विजलेेंस की टीम के साथ भेजा। टीम ने घुनघरानी गली स्थित हीरानन्द हिमानी की दूकान भूमिका ट्रेडर्स वाच पर छापेमारी कर लाखो की नकली सोनाटा, टायटन और फ़ास्टट्रैक घडियो को बरामद कर दूकानदार हीरानन्द हिमानी को हिरासत में ले लिया।
इस छापेमारी के ठीक बाद दालमंडी स्थित अरविन्द सिंह कटरे में बड़े घडी कारोबारी मो0 शाहनवाज़ उर्फ मीनू के दुकान मीनू इंटरप्राइसेस पर छापेमारी की कार्यवाही में कई निर्मित और कई अर्धनिर्मित सोनाटा, टायटन और फ़ास्टट्रैक की नकली घड़ियाँ बरामद हुई। बरामद हुई लगभग सभी घडियो पर कंपनी का बारकोड तक कूटरचित तरीके से लगा हुआ था। इस छापेमारी में दूकानदार शाहनवाज़ उर्फ मीनू को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
दोनों छापेमारी में लाखो रुपये मूल्य की लगभग 2000 नकली घड़ियां बरामद हुई है। छापेमारी में दोनों दुकानदारो क्रमशः हीरानन्द हिमानी और शाहनवाज़ उर्फ मीनू को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बरामद घडियो की अनुमानित कीमत लाखो मे आकी जा रही है। इस छापेमारी से क्षेत्र में हडकंप की स्थिति रही क्योकि अरविन्द सिंह कटरे के दूकानदार शाहनवाज़ उर्फ मीनू की सामाजिक प्रतिष्ठा क्षेत्र में अच्छी है। सभी इस घटना से हस्तप्रभ दिखाई दे रहे थे। कंपनी के द्वारा इस छापेमारी के सम्बन्ध में कापी राईट एक्ट से सम्बंधित धाराओं में पुलिस को लिखित शिकायत दर्ज करवाने की प्रकिया जारी है। पुलिस मामले में आगे की विधिक कार्यवाही कर रही है।
बड़े मुनाफे का कारोबार – गौरव तिवारी
इस मामले में हमसे बात करते हुवे कंपनी के लीगलविजलेंस टीम के एक सदस्य गौरव ने बताया कि इस प्रकरण की नकली घडियो को बनाने के लिए एक एक पार्ट अलग अलग मंगवाया जाता है। इसके बाद इसको ये दूकानदार अपनी दुकानों पर ही असेम्बल करते है। इसके बाद कंप्यूटर से कूट रचित बारकोड भी लगा दिया जाता है ताकि ग्राहक को शक न हो। इसके बाद ग्राहक को बड़े डिस्काउंट के लालच में बेस प्राइस से 30-40 प्रतिशत की छुट का लालच देकर बेच दिया जाता है।
उन्होने बताया कि इस प्रकार की नकली घडियो की पहचान आम जनता के लिए थोडा मुश्किल रहती है। नकली घड़ियाँ वज़न में कम होती है। साथ ही उसकी फिनिशिंग भी थोडा शक के दायरे में ला सकती है। बारकोड हर वर्ष कंपनी बदलती है। जिसको ये नकली कारोबार करने वाले नही बदल पाते है। बताया कि लगन और त्योहारों के मौके पर ये लोग अपना कारोबार काफी तेज़ी के साथ फैलाते है। कंपनी ऐसी शिकायतों को हेड क्वाटर स्तर से संज्ञान लेती है। ऐसी छापेमारी जारी रहती है।