न खुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम –टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हुवे सोवन चट्टोपाध्याय को नही मिला टिकट तो इस्तीफा भेज कहा भाजपा को बाय-बाय
तारिक खान
कोलकाता. सोवन चट्टोपाध्याय के लिए ये शेर शायद एकदम सटीक बैठ रहा है कि न खुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम, न इधर के रहे न उधर के रहे. भाजपा द्वारा घोषित पश्चिम बंगाल में तीसरे और चौथे चरण के तहत 75 सीटों पर होने वाले मतदान के मद्देनजर रविवार को 63 उम्मीदवारों की सूची में सोवन चट्टोपाध्याय का नाम नही होने पर उन्होंने भगवा पार्टी को बाय बाय कहते हुवे अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया है।
राज्य में आठ चरणों में चुनाव हो रहे हैं। भाजपा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होते ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध शुरू हो गए तथा कई नेताओं ने हाल में पार्टी में शामिल हुए अन्य दलों के नेताओं को पुराने नेताओं से अधिक महत्व दिए जाने पर असंतोष जाहिर किया। वहीं कुछ मामलों में नए नेताओं ने अपनी सीट को लेकर नाखुशी जाहिर की। तृणमूल कांग्रेस छोड़कर हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए सोवन चट्टोपाध्याय और उनके साथ बैसाखी बंदोपाध्याय ने टिकट नहीं मिलने पर भगवा पार्टी छोड़ दी।
बताते चले कि चट्टोपाध्याय कई दशकों से बेहाला पूर्व सीट का प्रतिधित्व करते आ रहे हैं, पार्टी ने अब यहां से पायल सरकार को टिकट दे दिया गया जो हाल में पार्टी में शामिल हुई हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को भेजे इस्तीफे में चट्टोपाध्याय ने बीजेपी पर अपमानित करने का आरोप लगाया है।
टिकट नहीं मिलने से नाराज नेता और उनके समर्थकों ने आज बीजेपी दफ्तर के बाहर जमकर हंगामा भी किया। टिकट नहीं मिलने पर कई लोगों ने भगवा पार्टी के प्रति नाराजगी जताई और इस्तीफा दे दिया। नाराज लोगों ने वहां बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश की और बहुत देर तक हंगामा किया। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, शिव प्रकाश और अर्जुन सिंह के साथ भीड़ ने धक्कामुक्की भी की। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी कोलकाता के जुड़वां शहर हावड़ा के पंचला से थे।