पत्रकारिता की धौंस दिखा कर महिला कराटे कोच को बीच सड़क पीटने और अश्लील हरकत करने वाले कथित पत्रकार अंशु गुप्ता और रवि पटेल चढ़े मण्डुवाडीह पुलिस के हत्थे
ए जावेद/ मुकेश यादव
वाराणसी। कथित मीडिया कर्मियों की अचानक शहर में बाढ़ सी आने के बाद से उनके अपराधिक कृत्य भी सामने आने लगे है। दो अक्षर लिख न पाने वाले भी लॉक डाउन में 1500 से लेकर 2000 तक देकर प्रेस कार्ड बनवा कर पत्रकार होने का दावा करने लगे। ऐसे कथित मीडिया हाउस के संचालको ने तो जमकर रकम कमाई मगर उनकी कमाई ने सबसे अधिक पत्रकार समाज को नुक्सान दिया। साथ ही साथ समाज में कुछ मीडिया के नाम पर दबंगई करने वालो की भी भीड़ लगा दिया। कथित मीडिया हाउस के संरक्षण में अवैध रूप से वसूली करना, झूठे मुक़दमे दर्ज करवा देना और सड़क पर ही गुंडागर्दी जैसे अपराध बढ़ गए। इन कथितो के कारण मीडिया बदनामी सह रहा है।
ऐसी ही पत्रकारिता के नाम पर एक कलंकित दबंगई की घटना मंडुआडीह थाना क्षेत्र में घटित हुई। जिसमे लहरतारा चौराहे के पास फुलवरिया रोड पर बीच सड़क पर एक महिला से दो कथित पत्रकारों ने मारपीट किया और उसके साथ अभद्रता किया। पीड़ित महिला एक कराटे कोच है। घटना के पहले युवक जो खुद को पत्रकार बता रहे थे ने पीडिता का पीछा किया। घटना के सम्बन्ध में दर्ज मुक़दमे में पीडिता ने अपनी व्यथा बताते हुवे कहा कि दो युवक एक बाइक संख्या UP-65-AK-1328 जिस पर प्रेस लिखा हुआ था से रेड लाइट एरिया के पास से मेरा पीछा कर रहे थे। जब मुझको शक हुआ तो मैंने अपनी स्कूटी धीरी कर दिया। इस पर वो युवक आगे निकल कर एक चाय की दूकान पर रुक गये।
पीडिता ने अपनी व्यथा तहरीर में लिखते हुवे कहा है कि “दोनों युवको पर शक पुख्ता होने के बाद मैंने उनकी बाइक के नम्बर प्लेट की धीरे से फोटो खीच लिया। इसके बाद एक युवक आकर मुझे कहा कि क्या तुम मुझे जानती हो। तो मैंने नही कह दिया और अपने पिता को फोन पर जानकारी दिया। उसके बाद दोनों युवक आये और मुझे बीच सड़क पर मारने पीटने लगे तथा मेरे शरीर के गलत जगह हाथ लगाने लगे। मुझको बीच सडक पर ज़मीन पर गिरा कर भद्दी भद्दी गालियाँ देते हुवे मारने लगे जिससे मुझे काफी चोट आई।”
पीडिता द्वारा दर्ज मुक़दमे में तहरीर को आधार माने तो इसके बाद दोनों युवक में से एक के पिता आये और उलटे उस इंसान ने पीडिता को ही गलियाँ देते हुवे एसएसपी के यहाँ ले जाने की धमकी देना शुरू कर दिया। अंततः पीडिता अपने पिता के साथ थाने पहुची और मामले की जानकारी थाना प्रभारी परशुराम त्रिपाठी को दिया। थाना प्रभारी ने घटना की जानकारी मिलते ही मामले में तहरीर लेकर मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश देकर आरोपी दोनों दबंग कथित पत्रकारों की तलाश अपनी टीम के साथ शुरू कर दिया। इसी दरमियान सुचना पर पुलिस ने दोनों युवको को शिवदासपुर से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार दोनों युवको में एक श्रीराम उजागिर का बेटा अंशु गुप्ता है जो पतंजलि स्टोर के बगल में डीएलडब्लू रोड, शिवदास पुर थाना मण्डुवाडीह का रहने वाला है। वही दूसरा युवक रवि पटेल पुत्र अशोक पटेल डी-44/102 रानी भवानी इंटर कालेज के पास थाना लक्सा का रहने वाला है। वही सूत्र बताते है कि जब ऐसी घटना की जानकारी दोनों कथित पत्रकार युवको ने अपने कथित सम्पदाक को दिया तो पहले तो “सम्पादक छाब” अपनी टीम के साथ मामले में जुगाड़ डॉट काम लगाने आ गए, मगर जब लगा कि उनका जुगाड़ डॉट काम सेट नही होगा तो उन्होंने अपना प्रेस कार्ड बहाने से दोनों युवको से लेकर सरक लेना ही बेहतर समझा।
दोनों कथित पत्रकारों अंशु गुप्ता और रवि पटेल को पुलिस ने हिरासत में लेकर धारा 354 और 354डी सहित गाली गलौज और धमकी जैसी गंभीर धाराओ में विधिक कार्यवाही कर रही है। कथित पत्रकारों रवि पटेल और अंशु गुप्ता को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक परशुराम त्रिपाठी, उ0नि0 श्रीराम उपाध्याय, हे0का0 कमलेश सिंह, हे0का0 बृजेश कुमार सिंह, का0 अभिनय सोनी शामिल रहे। दोनों की गिरफ़्तारी घटना के लगभग एक घंटे से डेढ़ घंटे बाद ही पुलिस ने कर लिया था। यानी पुलिस ने दोनों को कल शाम को लगभग 6 बजे हिरासत में ले लिया था।