ब्लैक फंगस के नकली इंजेक्शन्स के साथ भाजपा नेता सहित दो गिरफ्तार, प्रधानमन्त्री दे चुके है इसको बधाई, भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ है इसके फोटो
आदिल अहमद
कानपुर। कानपुर पुलिस द्वारा एक बड़े सिंडिकेट का खुलासा किया गया है जो ब्लैक फंगस के नकली इंजेक्शन बेचने का काम करता था। कानपुर पुलिस ने ग्वालटोली चौराहे से दो शातिरों को गिरफ्तार कर 68 इंजेक्शन बरामद किए हैं। आरोपी इन इन्जेक्शन्स को 11 से 15 हजार रुपये में एक बेचते थे। इनका नेटवर्क प्रदेश भर में फैला हुआ है। इस नेटवर्क का मुख्य ठिकाना प्रयागराज बताया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि इंजेक्शन नकली हैं। ड्रग विभाग के अफसरों ने सैंपल लिए हैं।
गिरफ्तारी के संबध में एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि सूचना मिली थी कि कानपुर में नकली इंजेक्शन बेचे जा रहे हैं। प्रयागराज से एक मोबाइल नंबर दिया गया। डीसीपी पश्चिम की सर्विलांस टीम ने इस नंबर को ट्रेस किया और ग्वालटोली के पास पकड़ा। तलाशी के दौरान इंजेक्शन बरामद हुए। दरअसल सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि जहां पहले इस गिरोह ने नकली इंजेक्शन बेचे थे उसने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस अफसरों ने कानपुर पुलिस से यह जानकारी साझा किया। एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि ग्वालटोली चौराहे के पास से एसयूवी कार को रोका गया। उसमें सवार यशोदा नगर निवासी प्रकाश मिश्रा और रतनदीप अपार्टमेंट निराला नगर निवासी ज्ञानेश शर्मा के पास से 68 एमफोनेक्स इंजेक्शन (एम्फोटेरेसिन बी साल्ट) बरामद हुए।
एसीपी के मुताबिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वाराणसी के एक डॉक्टर को सवा दो लाख रुपये में कुछ इंजेक्शन बेचे थे। पुलिस ने जब उस डॉक्टर व वाराणसी पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि इंजेक्शन नकली थे। एसीपी ने दावा किया है कि आरोपियों ने कबूला है कि इंजेक्शन नकली हैं, जिन्हें वे प्रयागराज से खरीदते हैं। अलग-अलग शहरों में कई गुने दाम पर बेचते हैं।
गिरफ्तार प्रकाश मिश्रा है भाजपा नेता
इस खुलासे के थोड़े देर के बाद ही सोशल मीडिया पर गिरफ्तार युवक के सम्बन्ध में कई तस्वीरे वायरल होने लगी। गिरफ्तार अभियुक्त प्रकाश मिश्रा एक भाजपा नेता है और वह भारतीय जनता युवा मोर्चा में कार्यसमिति का सदस्य भी रह चुका है। सोशल मीडिया पर उसकी वायरल हो रही तस्वीरो में वह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष समेत कई बड़े नेताओं के साथ दिखाई दे रहा है। साथ ही
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरो के अनुसार वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रकाश को जन्मदिन पर शुभकामनाओं का संदेश भी भेजा था। वो पत्र भी वायरल हुआ है। पुलिस सूत्रों की माने तो जब पुलिस ने उसको पकड़ा था तो वो नेता, मंत्री की धमकी दे रहा था, लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी थी उठा कर थाने ले आई तथा कार्यवाही किया। बताया जाता है कि ग्वालटोली से गिरफ्तार किया गया प्रकाश मिश्रा भाजपा में काफी सक्रिय रहा है। पुलिस ने प्रकाश व उसके साथी ज्ञानेश पर धोखाधड़ी, औषधि प्रसाधन सामग्री अधिनियम, नकली दवाई बेचने समेत अन्य धाराएं लगाई हैं। मगर पुलिस ने महामारी अधिनियम नहीं लगाया है। एसीपी का कहना है कि विवेचना के दौरान संबंधित धाराएं बढ़ा दी जाएंगी।
वही जहा एक तरफ इनके द्वारा महंगे दामो पर नकली इंजेक्शन बेचे जाने की बात साफ़ हो रही है वही दूसरी तरफ इस बात का भी अभी खुलासा नही हुआ है कि वाराणसी में किस डाक्टर ने इससे यह नकली इंजेक्शन खरीदे थे। इस बीच यह शंका भी बलवती हो रही है कि कही इसने प्रधानमन्त्री द्वारा बधाई का पत्र भी कूटरचित बना कर लोगो में अपनी हनक बनाने की कोशिश न किया हो।