जारी है भारत में कोरोना का कहर, लगातार दुसरे दिन कोरोना से 4 हज़ार से अधिक हुई मौते, WHO के शीर्ष वैज्ञानिक ने कहा भारत में कोरोना विस्फोट की ये है वजह
तारिक खान
डेस्क : रविवार सुबह जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में बीते 24 घंटे में 4,03,738 नए मामले सामने आए हैं और 4092 मरीजों की घातक वायरस की वजह से जान गई है। आज लगातार दूसरा दिन है जब मौतों का आंकड़ा 4 हजार के पार दर्ज किया गया है। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की कुल तादाद 2.22 करोड़ से ऊपर पहुंच गई है जबकि 2,42,362 लोग अब तक वायरस की वजह से जान गंवा चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 3,86,444 मरीज ठीक हुए हैं जबकि अब तक कुल 1,83,17,404 लोग कोरोना संक्रमण से उबरने में कामयाब हुए हैं। देश में एक्टिव केसों की संख्या 37,36,648 है। वहीं, संक्रमण दर 21.64 फीसदी पर है।
भारत में कोरोना की रफ्तार का अंदाजा पिछले आठ दिनों में आए मामलों से लगाया जा सकता है। आठ मई को 4,01,078, सात मई को 414188, छह मई को 4,12,262, पांच मई को 3,82,315, चार मई को 3,57,229, तीन मई को 3,68,147, दो मई को 3,92,488 और एक मई को 4,01,993 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए। वही अगर कोरोना से मौतों की संख्या पर गौर करे तो भारत में कोरोना के नए मामले आने के साथ मृतकों की संख्या भी बढ़ी है। आठ मई को 4187 मरीजों की मौत हुई। इससे पहले, सात मई को 3915, छह मई को 3980, पांच मई को 3780, चार मई को 3449, तीन मई को 3417, दो मई को 3689 और एक मई को 3523 मौतें हुईं।
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक ने भारत में कोरोना विस्फोट के कारणों को लेकर कहा कि भारत में COVID-19 का एक वेरिएंट बहुत अधिक संक्रामक है और तेजी से लोगों को शिकार बना रहा है। यह वैक्सीन से होने वाली प्रोटेक्शन को भी रोक सकता है। डब्ल्यूएचओ की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने एएफपी को दिए इंटरव्यू में चेताया है कि भारत में हम जो स्थिति देख रहे हैं वह संकेत देते हैं कि यह वेरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है। स्वामीनाथन ने कहा कि कोविड-19 का B.1.617 वेरिएंट स्पष्ट रूप से भारत में कोरोना विस्फोट का महत्वपूर्ण कारक है। वायरस का यह प्रकार पिछले साल अक्टूबर में पहली बार पाया गया था। उन्होंने कहा, “कोरोना के मामलों में उछाल के पीछे कई चीजें हैं और तेजी से फैलाने वाला वायरस का प्रकार उनमें से एक है।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के अलावा कई राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण B.1.617 वेरिएंट को गंभीरता से ले रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी जल्द ही इस पर कोई कदम उठाएगा। डब्ल्यूएचओ की शीर्ष अधिकारी ने कहा, “B.1.617 वेरिएंट चिंता का विषय है क्योंकि इसमें कुछ म्यूटेशन है, जो ट्रांसमिशन को बढ़ा देता है और वैक्सीन या फिर प्राकृतिक संक्रमण द्वारा शरीर में पैदा होने वाले एंटीबॉडी को बनने से रोक सकता है।” उन्होंने जोर दिया है कि भारत में कोरोना के मामलों में बेतरतीब उछाल के लिए सिर्फ कोविड-19 का यह संस्करण जिम्मेदार नहीं है बल्कि ऐसा लगता है कि भारत में लोगों की लापरवाही भी इसके लिए जिम्मेदार है। लोगों ने कोरोना के खिलाफ सुरक्षात्मक उपायों को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने कहा कि भारत में कई लोगों को ऐसा लगा कि संकट खत्म हो गया। लोगों ने मास्क लगाना और अन्य उपायों का पालन करना छोड़ दिया।