बिहार भाजपा सांसद के कार्यालय में धुल खाती एम्बुलेंस का मामला हुआ गरम, भाजपा सासद ने कहा ड्राईवर लाकर पप्पू यादव चलवाए एम्बुलेंस, बोले पप्पू यादव – चुनौती मंजूर

अनिल कुमार

पटना: बिहार में कोरोनावायरस के रोज 13 से 15 हजार मामले मिल रहे हैं। एक तरफ बिहार में कोरोना के बढ़ते मामले है तो वही दूसरी तरफ बदहाल चिकित्सा व्यवस्था है। वही दूसरी तरफ बिहार के नेता पप्पू यादव ने वीडियो तक वायरल करके बताया है कि एक तरफ जहा प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था सवालो के घेरे में है। एम्बुलेंस की कमी है वही सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के दफ्तर में एम्बुलेंस धूल फांक रहीं है।

पप्पू यादव के इस वीडियो जारी करने के बाद मामले में हडकंप मच गया, सियासत ने अपनी अपनी जुबानी तलवारे खीच लिया। इसके बाद एंबुलेंस का मामला गरमा गया है। पूर्व सांसद पप्पू यादव ने जब इसको लेकर सवाल उठाया तो रूडी बुरी तरह बिफरे और उन्हें ड्राइवल लाकर सारी एंबुलेंस चलवाने की चुनौती दे डाली। पप्पू यादव ने भी कहा कि चुनौती कबूल है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, सम्मान के साथ चुनौती स्वीकार है। आपको ड्राइवर नहीं मिल रहा है तो सारण, ‘पटना जहां चलाना चाहते हैं, सभी एंबुलेंस उपलब्ध कराएं। मैं 70 ड्राइवर देता हूं और कोरोना मरीज को मुफ्त सेवा दी जाएगी।घटिया राजनीति नहीं करता सेवा और जिंदगी बचाने को लड़ रहा हूं।’

बताते चले कि एम्बुलेसं मामले में सांसद रुडी ने कहा कि पप्पू यादव कोरोना काल में ड्राइवर दीजिए और सभी एंबुलेंस सारण में आप चलवाइए। निःशुल्क सभी गाड़ी देने के लिए तैयार हूं। सांसद ने कहा कि कोरोना के कारण चालकों के चले जाने के कारण पंचायतों द्वारा लौटाई गईं सुरक्षित एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया। रूडी ने आरोप लगाया कि जबरदस्ती गैरकानूनी रूप से पप्पू यादव अपने काफिले के साथ अमनौर के सामुदायिक केंद्र परिसर में प्रवेश पहुंचे। वहां के चौकीदार और अन्य कर्मियों से भिड़ते हुए कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा लौटाए गये एंबुलेंस की फोटो खिंचवाने लगे और वाहनों को नुकसान पहुंचाया।

स्थानीय कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो यह सवाल पूछने लगे कि क्या आपने इस तरह से एक भी एंबुलेंस चलवाया है, तब वे वहां से छोड़कर भागे। सांसद राजीव प्रताप रुडी ने बताया कि कोविड मरीजों की सेवा में लगे एंबुलेंस सेवा को पप्पू यादव का अपने समर्थकों के साथ रोड़े डालना और कार्यकर्ताओं से भिड़ना निंदनीय अपराध है। पप्पू यादव को यह पता नहीं नहीं है कि सारण जिला में कितने एंबुलेंस का कितने ग्राम पंचायतों में परिचालन हो रहा है। उनको पहले यह पता कर लेना चाहिए था कि सारण जिला में सांसद निधि के कितने एंबुलेंस चलाए जा रहे है। जिले में लगभग 80 एंबुलेंस हैं, जिसमें से वर्तमान में 50 परिचालन में हैं।

 रूडी ने कहा, कई स्थानों पर पंचायतों की एंबुलेंस को कोविड के कारण चालकों ने छोड़ दिया था। इसके कारण उसका परिचालन नहीं हो पा रहा था। इसके बावजूद पर्याप्त संख्या में कंट्रोल रूम से बावजूद सारण जिला में चलवाई जा रही थीं। एम्बुलेंस परिचालन में सारण बिहार ही नहीं देश का पहला ऐसा जिला है, जहां इतनी संख्या में सांसद निधि के एम्बुलेंस पिछले पांच वर्षों में संचालित किये जा रहे हैं।

सांसद रुडी ने कहा कि एंबुलेंस के चालक न होने को लेकर जिलाधिकारी सारण को पत्र भी लिखा था। एंबुलेंस की उपलब्धता के बावजूद चालकों के अभाव के कारण इसका परिचालन नहीं हो पा रहा है। इसलिए जिले में जितने भी ऐसे चालक है जो वाहन की कमी के कारण चल नहीं पा रहे है उनकी सूची बनाकर चालक की प्रतिनियुक्त की जाए। कोविड के कारण चालक विहीन इन सभी वाहनों का संचालन किया जाए।

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