वाराणसी – हत्या के हेतु आतुर पट्टीदारो से पति की जान बचाने के लिए शिक्षिका ने दे दिया अपनी जान, घटना के महज़ 8 घंटे में ही धरे गए 2 बाल अपचारी सहित कुल 6 हत्यारोपी
अनुराग पाण्डेय
वाराणसी: वाराणसी में कन्दवा में मंगलवार को रास्ते के मामूली से विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया था। इस संघर्ष में एक अध्यापिका की मौत हो गई थी। अचानक खबरनवीसी का दावा करने वालो ने पुलिस को कटघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया था। मगर मण्डुवाडीह पुलिस ने आलोचकों के मुह पर उस समय शांति का ताला चढ़ा दिया जब घटना के महज़ 8 घंटे के अन्दर वांछित आरोपियों की ताबड़तोड़ गिरफ्तारी कर डाली।
गौरतलब हो कि सुहाग की रक्षा करते हुवे मृतक अध्यापिका ने अपनी जान गवा दिया था। कंदवा गांव में रास्ते के विवाद को लेकर पट्टीदारों ने मंगलवार सुबह अध्यापिका प्रियंका वर्मा (38) की लाठी-डंडे और ईंट से वार कर हत्या कर दी। जबकि अध्यापिका के पति दिनेश प्रजापति सहित परिवार के चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को बीएचयू स्थित ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। घायल दिनेश के चचेरे भाई विजय की तहरीर पर मंडुवाडीह पुलिस ने सात नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
बताते चले कि मंडुवाडीह थाना क्षेत्र कंदवा के प्रजापति बस्ती में बीएचयू से सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्लू राम प्रजापति का पुस्तैनी मकान है। बीएचयू में पैथालाजिस्ट के पद पर कार्यरत पुत्र दिनेश प्रजापति, जौनपुर जिले के गौरा बादशाहपुर में प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका बहू प्रियंका प्रजापति, पुत्री माया और परिवार के मनोज व चिंटू के साथ रहते हैं। कल्लू के भाई स्व0 लालजी के पुत्र दीपक, पुनवासी के पुत्र राजेन्द्र, रामचरण के दो पुत्र श्रीराम व रवि थोड़ी ही दूर पर मकान बनवाकर रहते हैं। प्रजापति बस्ती में ही दोनों परिवारों की जमीन है। उसी के पास एक छोटा सा मंदिर भी है। मंदिर से सटे जमीन की बाउंड्री करने को लेकर पिछले दस दिनों से कल्लू और दीपक में विवाद चल रहा था।
सोमवार को भी हुआ था विवाद
सोमवार को भी दोनों परिवारों में विवाद हुआ था तो उस समय पुलिस पहुंची तो मामला शांत हो गया था। इसके बाद सुबह साढ़े सात बजे दीपक दोबारा पहुंचा और कल्लू के परिवार से विवाद करने लगा। यही नहीं, दीपक ने फोन कर अपने परिजनों को बुला लिया। सभी लाठी, डंडे, लोहे के रॉड से लैस होकर पहुंचे और मारपीट करने लगे। पति की पिटाई देख पत्नी ने अपनी जान कुर्बान कर डाली और वह बचाव के लिए सामने आ गई। हमलावरों ने पहले ईंट से प्रियंका पर वार किया। ईंट लगते ही प्रियंका लहूलुहान होकर गिर गई तो आरोप है कि दीपक और राजेंद्र ने लाठी व डंडे से प्रियंका के सिर पर कई वार किया। इस दौरान हमलावरों ने दिनेश, माया, मनोज और चिंटू को भी लाठी व डंडे से पीटा। घटनास्थल पर ही लहूलुहान अचेतावस्था में प्रियंका को लेकर परिजन पुलिस को सूचित करते हुए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे तो चिकित्सकों ने प्रियंका को मृत घोषित कर दिया।
थाना मण्डुवाडीह पुलिस द्वारा इस घटना के सम्बन्ध में मु0अ0सं0 -152/2021 आईपीसी की धारा 147/148/149/323/307/302/34/120-B पंजीकृत कर वांछित अभियुक्तों की गिरफ़्तारी का प्रयास शुरू कर दिया। महज़ 8 घंटे के अन्दर ही मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी जब उसने दीपक प्रजापति और कन्नू यादव को गिरफ्तार कर लिया। ये गिरफ़्तारी घटना के महज़ दो घंटे के अन्दर ही हो गई थी। जिसके बाद देर रात पुलिस ने राजेंद्र और श्री राम प्रजापति के साथ दो बाल अपचारी को गिरफ्तार कर किया। इस प्रकार पुलिस ने अब तक कुल 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस गिरफ़्तारी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक परशुराम त्रिपाठी, उ0नि0 लवकुश यादव, अजय दूबे, का० अरविन्द यादव, पंकज कुमार, हे०का० पवन श्रीवास्तव, का० मोहित मीणा, का० चालक मैनेजर सिंह चौहान उपस्थित रहे।