वाराणसी – सड़क दुर्घटना में शहर बनारस के सुप्रसिद्ध सर्जन डाक्टर अकबर अली की हुई मौत, नीमा और रेडक्रास संस्थाओ के थे वरिष्ठ सदस्य
निलोफर बानो/ईदुल अमीन
वाराणसी। नीमा के वरिष्ठ सदस्य और वाराणसी के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डाक्टर अकबर अली। होठो पर मद्धिम मुस्कान, मृदुभाषा, इंसानियत के हमदर्द, जिनसे मिलने के बाद इंसान अपना दुःख भूल जाए। वाराणसी की ऐसी अज़ीम-ओ-शान शख्सियत डाक्टर अकबर अली की आज सुबह एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु से पूरा शहर ही गमगीन माहोल में चला गया है। शहर बनारस के बुलानाला इलाके में सोमवार की सुबह सीमेंट-कंक्रीट मिक्सर मशीन वाहन की चपेट में आने से स्कूटी सवार डाक्टर अकबर अली (61) की मौत हो गई।
आज अहल-ए-सुबह डाक्टर अकबर अली रोज़मर्रा मामूर के हिसाब से अपनी स्कूटी से रामकटोरा स्थित एक निजी अस्पताल जा रहे थे। इसी बीच कंक्रीट मिक्सर मशीन वाहन की चपेट में आकर वह घायल हो गए। आसपास के लोगों और पिकेट पर तैनात सिपाहियों ने उन्हें कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल पहुचाया जहा चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कोतवाली पुलिस ने वाहन को कब्जे में ले लिया। जबकि ड्राइवर घटनास्थल से भाग निकला है। परिजनों ने इस घटना को प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा करार दिया है।
डाक्टर अकबर अली पूर्वांचल हज सेवा समिति के सचिव थे, वह नीमा व रेडक्रॉस सोसाइटी के वरिष्ठ सदस्य के साथ वाराणसी के एक बहुचर्चित सर्जन थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही चिकित्सकों और प्रबुद्धजनों की भीड़ कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल के बाहर मोर्चरी हाउस में जमा हो गई। दुर्घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि दालमंडी इलाके में चहमामा के रहने वाले डॉ0 अकबर अली सुबह साढ़े 6 बजे अपनी स्कूटी से राम कटोरा स्थित निजी अस्पताल जाने के लिए निकले थे। जैसे ही बुलानाला स्थित सप्तसागर मंडी, टाउन हॉल के ठीक सामने पहुंचे कि आगे चल रही सीमेंट मिक्सर मशीन वाहन की चपेट में आ गए। हादसे के वक्त ड्राइवर ने गाड़ी रोकने के बजाए भागने के चक्कर में वाहन की रफ्तार बढ़ा दी। इतने में ही वाहन का पिछला पहिया चिकित्सक को कुचलते हुए आगे निकल गया। चालक घटनास्थल से वाहन छोड़कर चालक भाग निकला।
लापरवाही बनी दुर्घटना का कारण
जिस सीमेंट मिक्सर मशीन की चपेट में आने से डाक्टर अकबर अली की साँसे रोकी वह स्मार्ट सिटी कार्य योजना के तहत सड़क बनाने के काम में उपयोग करने के लिए लाई गई थी। आज सोमवार सुबह बिना बैरिकेडिंग किए ही सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया गया। इस दौरान मिक्सर मशीन आगे पीछे करने के दौरान डॉ0 अकबर उसके नीचे आ गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत इन दिनों बुलानाला से नीचीबाग तक सड़क बनाने का कार्य चल रहा है। जहां एक तरफ की सड़क बंद होने के कारण क्षेत्र में दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है वहीं बिना सुरक्षा मानकों के सड़क पर खुले में गैस कटर, वेल्डिंग मशीन, ड्रिल मशीन सहित अन्य मशीनों से का उपयोग सड़क बनाने के कार्य में किया जाता है। डा0 अकबर अली के परिजनों का आरोप है कि प्रशासनिक चूक के कारण उनकी जान गई है।
बाद नमाज़ मगरिब होंगे सुपुर्द-ए-ख़ाक
डॉ अकबर अली का अंतिम संस्कार बाद नमाज़ मगरिब (लगभग शाम 7 बजे) होगा। मय्यत डॉ अकबर अली के निवास से बाद नमाज़ मगरिब निकलेगी और बाद नमाज़-ए-जनाज़ा बाबु मियाँ की तकिया पर डॉ अकबर अली को सुपुर्द-ए-ख़ाक किया जायेगा। डॉ अकबर अली के आवास पर श्रधान्जली देने का सिलसिला जारी है। शहर के कई वरिष्ठ चिकित्सक, समाजसेवक, पत्रकार और संभ्रांत नागरिको का आने का सिलसिला जारी है।