असंगठित कामगारों अधिक से अधिक संख्या में पंजीकरण करा कर सरकारी योजनाओं का लाभ लेना चाहिए: वल्लभाचार्य पाण्डेय
शाहीन अंसारी
वाराणसी। उत्तर प्रदेश राज्य के असंगठित क्षेत्र के निर्माण कार्य से जुड़े कामगारों का पंजीकरण श्रम विभाग के अंतर्गत उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत होता है और इसके अलावा जो अन्य कामगार हैं। उनके लिए उत्तर प्रदेश राज्य सामाजिक सुरक्षा बोर्ड द्वारा पंजीकरण कराने की सुविधा है। यदि कोई कामगार साथी निर्माण कार्य से जुड़े हुए कामगारों की श्रेणी में आते है, अथवा अन्य किसी कार्य को करते है। तो उनके लिए पंजीकरण के अवसर उपलब्ध हैं। इस पंजीकरण से जहाँ एक ओर असंगठित कामगारों का आंकड़ा मिल पायेगा वही अनेक सरकारी योजनाओं के लाभ मिलने की पात्रता भी हो जायेगी। उक्त बाते एक कार्यशाला में बल्लभाचार्य पाण्डेय ने कही।
पंजीकरण की प्रक्रिया की जानकारी के लिए एक जागरूकता अभियान का संचालन सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा पूरी तरह कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया गया था। कचहरी स्थित डॉ। अम्बेडकर पार्क में आयोजित इस जागरूकता शिविर में आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि असंगठित कामगारों अधिक से अधिक संख्या में अपना पंजीकरण करा कर विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। निर्माण कार्य में लगे 40 श्रेणी के कामगारों का पंजीकरण श्रम विभाग में और इसके अलावा धोबी, मोची, दर्जी, नाई, रसोइया, नाविक, रिक्शा चालक, माली, कुली आदि 45 श्रेणी के कामगारों का पंजीकरण उत्तर प्रदेश राज्य सामाजिक सुरक्षा बोर्ड के तहत ऑनलाइन हो रहा है।
शिविर के दौरान कोविड से बचाव के बारे में भी जागरूक करते हुए कार्यकर्ताओं ने कोरोना के पूरी तरह सफाए के लिए दो गज की दूरी, मास्क और वैक्सीन है जरूरी के मूल मंत्र को अपनाने का आग्रह किया। पर्चे और स्टीकर के माध्यम से लोगों को संदेश दिया गया। जागरूकता कार्यक्रम में प्रदीप कुमार सिंह, सूरज पाण्डेय, दीन दयाल सिंह, महेश कुमार, महेंद्र राठौर, विनय सिंह, धनञ्जय त्रिपाठी, रसेश, कमलेश यादव आदि की प्रमुख भूमिका रही।