ओलम्पिक में चमका भारत का नीरज, भाला फेकने की प्रतिस्पर्धा में जीता स्वर्ण पदक
तारिक खान
डेस्क. जब नाम ही उसका नीरज है तो भला आखिर वह चमकता कैसे नही। भाला फेकने की प्रतिस्पर्धा में भारत के नीरज ने अंततः अपनी चमक को कायम रखते हुवे अपने प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ देश के लिए स्वर्ण पदक जीता है। यह स्वर्ण पदक जीतकर नीरज ने एक इतिहास रचा है। नीरज अब ओलम्पिक में व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा वाले खेल में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के दुसरे खिलाड़ी बन गये है।
जापान में जारी ओलिंपिक महाकुंभ में शनिवार को भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। इस कारनामे के साथ ही नीरज चोपड़ा ओलिंपिक की व्यक्तगित प्रतिस्पर्धा में सोना जीतने वाले इतिहास के सिर्फ दूसरे और एथलेटिक्स में यह कारनामा करने वाले पहले भारतीय एलीट बन गए गए हैं।
भारतीय एथलीटिक्स के इतिहास में नीरज ने बड़ा कारनामा कर नए युग की शूरूआत कर दी है। बता दे कि नीरज ने अपने पहले थ्रो में 87।मीटर दूर भाला फेंका है, जो उनका यह सर्वश्रेष्ठ प्रयास था। नीरज ने अपने पहले थ्रो में 87.03 मीटर दूर भाला फेंका है. इसके बाद दूसरे प्रयास में भी नीरज ने कमाल किया और उन्होंने दूसरे प्रयास में 87.58 मी. दूर भाला पेंका है. तीसरे प्रयास में नीरज ने 76.79 मी. दूर भाला फेंका है।
तीनों प्रयास के बाद भारत के नीरज चोपड़ा टॉप पर रहे। पाकिस्तान के नदीम चौथे स्थान पर हैं। नीरज चोपड़ा का चौथा थ्रो फाउल रहा है। पांचवीं कोशिश भी नीरज की फाउल हो गई है। पांचवीं कोशिश में नीरज चोपड़ा की कोशिश एक बार फि से बेकार चली गयी और इसमें भी उन्होंने फाउल कर दिया। बहरहाल, नीरज पांच कोशिशों के बाद शीर्ष पर बरकार रहे।
पांचवीं कोशिश में चेकगणराज्य के जैकब वैदलैक ने गजब की ताकत दिखायी और वह 86.67 की दूरी पर भाला फेंक कर तीसरे नंबर पर आ गए। वहीं पांचवें स्थान पर चल रहे पाकिस्तानी अरशद नदीम ने पांचवीं कोशिश में 81।98 मी। की दूरी तय की। वहीं, लंदन ओलिंपिक के ब्रांड मेडलिस्ट चेकगणराज्य के वितास्लेव वेलसी ने पांचवीं कोशिश में 84.98 मी. दूरी पर भाला फेंका और कांस्य की होड़ में खुद को बनाए रखा।