फिर गरमाया भेलूपुर थाना की दुर्गाकुण्ड पुलिस चौकी क्षेत्र, भाजपा नेता ने दरोगा पर लगाया चप्पलो पीटने का आरोप
तारिक़ आज़मी
वाराणसी। वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी दुर्गाकुंड एक बार फिर चर्चा में आई है। जब से यहाँ के चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह का ट्रांसफर हुआ है तब से अक्सर ही पुलिस चौकी क्षेत्र का माहोल अजीबो गरीब गर्म हो जाता है। आसपास वापस अतिक्रमण कर चाय पान की दुकाने खुल चुकी है। चिकेन की अवैध तरीके से लगी दुकाने फिर सजने लगी है। सूत्रों का दावा है कि शाहकुम्भरी कम्पेक्स में सपा पार्लर भी चोरी छिपे चलने लगा है। बताते चले कि जब तक प्रकाश सिंह इस चौकी पर पोस्टेड रहे तब तक इस इलाके में ये सभी कृत्य बंद हो गए थे और इलाका एकदम शांत रहता था।
मगर प्रकाश सिंह के ट्रांसफर होने के साथ ही ये चौकी क्षेत्र एक बार फिर अक्सर चर्चा में आता रहता है। कारण शायद इसके काफी कुछ होंगे जिसकी गहराई में हम जाना नहीं चाहते है। हम आज के प्रकरण पर बात कर रहे है जब खुद को भाजपा कार्यकर्ता कहने वाले युवको ने पुलिस चौकी को घेर लिया। जमकर हंगामा हुआ। जातिगत आरोप प्रत्यारोप का भी दौर हुआ। लगभग 20-25 लोग धरने पर भी बैठ गए। मामले की जड़ में प्रभारी चौकी इंचार्ज विनोद पटेल रहे। विनोद पटेल कर भाजपा नेता का आरोप था कि उन्होंने भाजपा नेता की चप्पलो से पिटाई कर दिया है।
भाजपा युवा मोर्चा का खुद को महानगर मंत्री बताने वाले अवनीश पाठक के नेतृत्व में भाजपा नेता धरना दे रहे थे। अवनीश पाठक का आरोप था कि भाजपा वह एक भाजपा नेता है और उनके साथी एक अन्य भाजपा नेता की इस क्षेत्र में एक संपत्ति है जिसकी बाउंड्री को कतिपय दबंग तोड़ देते है। इसकी शिकायत लेकर वह और उनके अन्य साथी भाजपा नेता जब पुलिस चौकी पर पहुचे और अपना परिचय दिया तो प्रभारी चौकी इंचार्ज विनोद पटेल ने सबको अभद्रता करते हुवे भगा दिया। भाजपा नेता अवनीश पाठक का आरोप है कि इसके बाद प्रभारी चौकी इंचार्ज विनोद पटेल ने उनकी उन्ही की चप्पलो से पिटाई कर डाला।
इस घटना का आरोप लगाते हुवे अवनीश पाठक अपने साथियों एक सहित चौकी के बाहर धरने पर बैठ गये। जैसा कि आप उनके खुद के दिए हुवे बयान में सुन सकते है कि मामला संपत्ति से सम्बंधित था और प्रभारी चौकी इंचार्ज ने इस मामले में उनको जातिगत कथाक्षा किया है। अवनीश पाठक ने इस बात को काफी जोर देकर अपने बयान में बोला है। वैसे बताते चले कि अवनीश पाठक के सम्बन्ध में पूर्ववर्ती चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह के समय में एक संपत्ति से सम्बंधित मामला और भी आया था जिसमे पुलिस के सख्त रुख के कारण वह मामला हल हो गया था। इस मामले में भी मुख्य मुद्दा संपत्ति विवाद ही सामने आया है।
बहरहाल, अगर पाठक जी के आरोप सही है तो ये वाकई काफी निंदनीय है कि सत्तापक्ष के एक नेता को उन्ही की चप्पलो से पिटाई चौकी के अन्दर कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार प्रकरण में सम्बंधित दरोगा को अधिकारियो ने लाइन हाज़िर कर दिया है। मगर मामला सिर्फ अगर गौर से देखे तो यही नही खत्म होता है। प्रकरण में ध्यान दे तो इस पुलिस चौकी क्षेत्र में जो भी अनैतिक गतिविधियाँ पहले बंद हुई थी वह एक बार फिर चालु हो चुकी है। शायद इसका कारण है कि इस पुलिस चौकी को एक तेज़ तर्रार दरोगा की आवश्यकता है। वही इस चौकी पर अभी तक चौकी इंचार्ज की तैनाती न होने के कारण वैसे भी मामले में कोई भी लोड नही लेना चाहता है।