खून ने बहाया खून : अहल-ए-सुबह लोहता में डबल मर्डर से थर्राया शहर बनारस, संपत्ति विवाद में दंपत्ति की हत्या
मो0 सलीम / शाहीन बनारसी
वाराणसी। शहर बनारस के लोहता थाना क्षेत्र में एक दंपत्ति की निर्मम ह्त्या कर दी गयी। मृतक दंपत्ति निसार (35) और खुशबु (30) को घायल अवस्था में परिजन ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे, जहाँ चिकित्सको ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सुचना मिलने पर मौके पर पुलिस घटना की जांच कर रही है। घटना स्थल पर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक ने पहुँच कर घटना की जानकारी ली और अपने मातहतो को आवश्यक निर्देश दिए। घटना का मूल संपत्ति विवाद बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार लोहता थाना क्षेत्र के रहीमपुर ग्राम के निवासी स्वर्गीय महमूद अली के 5 पुत्र है, जिसमे सबसे बड़ा बेटा नियाज़ एक हत्या के प्रकरण में भदोही जेल में बंद है। घर पर 3 बेटे निजाम, निसार, नसीर रहते है, जबकि पांचवा बेटा वारिस सऊदी अरब में नौकरी करता है। वाराणसी में रह रहे परिवार की आजीविका का साधन बिनकारी है। परिजनों के बताये अनुसार मृतक निसार का अपने भाई निजाम उर्फ़ मुन्ना से संपत्ति को लेकर विगत कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। दोनों भाइयो और देवरानी-जेठानी के बीच अकसर पारिवारिक विवाद होता था।
परिजनों ने बताया कि आज सुबह मृतक निसार और हत्यारोपी उसके भाई निजाम के बीच बच्चे को खाना खिलाने की बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। देवरानी-जेठानी शुरू हुए इस विवाद में दोनों भाई भी जूझ पड़े। इस दरमियान निजाम उर्फ़ मुन्ना ने चिमटा का हाथब्रास(पॉवर लूम मशीन का एक हिस्सा, जो भारी होता है और लोहे का धारदार होता है) से अपने भाई निसार (35) पर हमला कर दिया। ऐसा लग रहा था कि निजाम उर्फ़ मुन्ना के सर पर खून सवार था, उसने बीच बचाव करने आई निसार की पत्नी खुशबु पर भी उसी लोहे के औजार से हमला कर दिया। दोनों दंपत्ति लहू लुहान होकर वही आँगन में गिर पड़े, जिसके बाद हत्यारोपी निज़ाम उर्फ़ मुन्ना अपनी पत्नी सहित मौके से फरार हो गया। परिवार के अन्य सदस्य दोनों दंपत्ति को लेकर ट्रामा सेंटर गये जहाँ चिकित्सको ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
महमूद अली का हँसता-खेलता आँगन खून से लहू लुहान हो चूका है। अपने खून ने ही अपनों का खून बहाकर उसी घर की ज़मीन को लाल कर दिया। घर में जहा चीख-पुकार का आलम है तो वही गाव में दहशत का माहौल कायम है। घटनास्थल पर पुलिस पहुँच चुकी है। ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अपने मातहतो को आवश्यक दिशा निर्देश दे चुके है। पुलिस ने लाश को अपने कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। महमूद अली की रूह आज थरथरा रही होगी। एक बेटा पहले ही जेल में बंद है। दूसरा बेटा भी आज नहीं कल जेल चला जायेगा। तीसरा बेटा अपने ही सगे भाई के हाथो क़त्ल हो चूका है। हँसता-खेलता पूरा परिवार तहस-नहस हो चूका है। मृतक दंपत्ति के दो मासूम बच्चे जो महज़ अभी 5 साल और 3 महीने के है, उनका भविष्य तो अंधकार में चला ही गया है। इसके अलावा हत्यारोपी मुन्ना के बच्चो का भी भविष्य अंधकारमय हो गया है। पुलिस आगे की विधिक कार्यवाही कर रही है और हत्यारोपी की गिरफ़्तारी का प्रयास कर रही है।