महज़ 6 घंटो में तलाश लिया घोसी पुलिस ने अपहृत मासूम आर्यन को सही सलामत, एक गिरफ्तार
अखिलानंद यादव
(मऊ)। हलधरपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बकराबाद से अपहरण किए गए बालक को घोसी पुलिस ने मात्र 6 घंटे के अंदर ही मझवारा बाजार स्थित दुकान से बालक को प्राप्त कर परिजनों को सौंप दिया था। लड़का वहां पर कैसे पहुंचा? यह रहस्य का विषय था। पुलिस ने विभिन्न पहलुओं की जाँच करने के दौरान दुकान के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो बकराबाद निवासी राज चौहान पुत्र भोला चौहान नामक व्यक्ति को चिन्हित किया। बुधवार के दिन राज चौहान को पकड़कर हलधरपुर पुलिस ने धारा 363 आईपीसी के तहत जेल भेज दिया।
बताते चले कि चार वर्षीय आर्यन पुत्र अवधेश चौहान हलधरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मलपुर लोहराई का रहने वाला है। आर्यन चौहान अपनी मां विजयलक्ष्मी के साथ थाना क्षेत्र के ही बकराबाद गांव में अपने ननिहाल में रह रहा था। आपसी रंजिश के चलते पड़ोसी राज चौहान(18वर्ष) मंगलवार के दिन करीब दिन के 12 बजे अपने छोटे भाई की मदद से घर के बाहर खेल रहे आर्यन को लालच देकर चोरी छुपे गांव के बाहर बुलवाया, और फिर मौका पाकर खेत के रास्ते होते हुए मझवारा तक पहुंच गया। इधर परिवार के लोग जब आर्यन को ढूंढने लगे तो बच्चे का पता न चलने पर परिजनों में भारी हड़कंप मच गया। आर्यन के ननिहाल सहित पैतृक गांव के लोग त्वरित खोज बीन में जुट गए व साथ ही सोशल मीडिया पर अपहरित आर्यन की तस्वीर वायरल करने लगे और फोन के माध्यम से हलधरपुर, कोपागंज, घोसी व मधुबन थाना को भी जानकारी दे डाली।
घटना की जानकारी होते ही तुरंत पुलिस की टीम सक्रिय हुई और मझवारा स्थित एक दुकान से करीब शाम को उसी दिन लगभग 7 बजे अपहरित आर्यन को प्राप्त कर लिया। जब पुलिस ने दुकान के सीसीटीवी कैमरे की छानबीन की तो आर्यन के ननिहाल बकराबाद गांव निवासी राज चौहान पुत्र भोला चौहान अपहरण कर्ता के रूप में चिन्हित हुआ, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए संबंधित धाराओं में करवाईं कर जेल भेज दिया है।
एक तरफ चार वर्षीय बालक की अपहरण के घटना से क्षेत्र के लोग काफी सहमें हुए हैं। उन्हें डर है, कहीं इस प्रकार के अराजक तत्व समाज में सक्रिय हो गए तो छोटे छोटे बच्चों को खेलने कूदने व स्कूल आने जाने में माता पिता का डर बना रहेगा. वहीं दूसरी तरफ अपहरित आर्यन को मात्र छः घंटे में प्राप्त कर लेने से परिवार के साथ साथ क्षेत्र के लोग भी पुलिस की सक्रियता से काफी खुश व गदगद है। इस प्रकार से पुलिस की त्वरित कार्यवाही, सक्रियता और कार्यशैली की तारीफ होनी भी चाहिए क्योंकि अपहरित आर्यन के मामले में पुलिस की सक्रियता से परिवार का दीपक बुझने से बचा है।